Omicron New Variant BF.7: भारत में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान सामने आए भयावह मंजर लोग आज भी नहीं भूले हैं. अस्पतालों में बेडों की किल्लत, ऑक्सीजन के लिए तड़पते मरीज, श्मशान घाट में लगातार जलती चिताओं की तस्वीरों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. देश में कोरोना की तीसरी लहर के पीछे ओमिक्रोन वेरिएंट को जिम्मेदार माना गया था. उस दौरान भारत की स्वदेशी वैक्सीन के कोरोना वायरस पर असर को लेकर कई सवाल उठे थे. अब एक बार फिर से ओमिक्रोन का नया वेरिएंट BF.7 (Omicron New Variant BF.7) दुनियाभर में तेजी से पैर पसार रहा है.
चीन, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में नए वेरिएंट बीएफ-7 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. हालांकि, भारत में ओमिक्रोन के नए वेरिएंट बीएफ-7 के अब तक केवल चार मामले ही सामने आए हैं. कोरोना के बीएफ-7 वेरिएंट के खिलाफ पुरानी वैक्सीन के कारगर होने के चिंता ने लोगों में डर बढ़ा दिया है. इसे लेकर हुई एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आइए जानते हैं कि कोरोना के नए वेरिएंट के खिलाफ कितनी कारगर है पुरानी वैक्सीन...
BF.7 पर क्या पुरानी वैक्सीन होगी असरदार?
सेल होस्ट और माइक्रोब जर्नल की एक स्टडी के मुताबिक, BF.7 वेरिएंट में वैक्सीन से मिलने वाली एंटीबॉडी को चकमा देने में सक्षम है. इस स्टडी के अनुसार, बीएफ-7 वेरिएंट में कोरोना वायरस के पहले वेरिएंट की तुलना में 4.4 गुना अधिक प्रतिरोधक क्षमता है. अगर वैक्सीन से लोगों के शरीर में एंटीबॉडी बनी भी है, तो भी ये वायरस उनको संक्रमित कर सकता है. कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में R346T म्यूटेशन होने से बने इस वेरिएंट पर एंटीबॉडी असर नहीं करती है.
बीएफ-7 की 'R' वैल्यू पिछले वेरिएंट के मुकाबले सबसे ज्यादा
बीएफ-7 की R वैल्यू 10 से 18 के बीच है. जिसका मतलब है कि बीएफ-7 वेरिएंट से संक्रमित व्यक्ति अपने आसपास के 10 से 18 लोगों में संक्रमण फैला सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने माना है कि कोरोना वायरस के अब तक आए सभी वेरिएंट में से बीएफ-7 की आर वैल्यू सबसे ज्यादा है. बता दें कि कोरोना वायरस के अल्फा वेरिएंट की आर वैल्यू 4-5 और डेल्टा वेरिएंट की आर वैल्यू 6-7 थी.
क्या भारत को नए वेरिएंट से डरने की जरूरत है?
विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों को ओमिक्रोन के नए वेरिएंट से बचाव के लिए कोविड-उपयुक्त व्यवहार और वैक्सीनेशन अपनाना चाहिए. लोग सावधानी बरतें, तो इस वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों से ये वेरिएंट भारत में मौजूद है. इसके बावजूद अभी तक बीएफ-7 के 4 मामले ही सामने आए हैं. जो दर्शाता है कि इससे डरने की जरूरत नहीं है. हालांकि, विशेषज्ञों ने चेताया कि सभी तरह की स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए.
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