Explosion in Achutapuram: आंध्र प्रदेश के अचुतापुरम में बुधवार (21 अगस्त) को एक फार्मा कंपनी के कारखाने में आग लगने से अभी तक 17 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना में 33 लोग घायल हो गए हैं. अनकापल्ली के DM विजया कृष्णन ने बताया कि ये घटना दोपहर करीब सवा दो बजे एसेंटिया एडवांस्ड साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड के संयंत्र में हुई. इस दुर्घटना से इलाके में सनसनी मच गई थी. धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग तक डर गए. जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंची टीमों ने राहत कार्य शुरू किया.
DM विजया कृष्णन ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर दोनों शिफ्ट में 381 कर्मचारी काम करते हैं. यह विस्फोट दोपहर के लंच टाइम हुआ था. इसी वजह से वहां पर कर्मचारी कम थे. उन्होंने संदेह जताया है कि यह विस्फोट बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ है.
घायलों को कराया गया भर्ती
घायल लोगों को अनकापल्ली और अचुतापुरम के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार हादसे में जान गंवाने वाले परिवारों के साथ खड़ी है. वो आज (22 अगस्त) को यहां पर आने वाले हैं.
फंस गए थे 300 से ज्यादा कर्मचारी
इस यूनिट में करीब 300 कर्मचारी काम करते हैं. दोपहर ढाई बजे के आसपास जब दोनों शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारी इकट्ठा थे, तभी यूनिट के रिएक्टर के पास धमाका हो गया. यह धमाका इतना तेज था कि कर्मचारियों में चीख-पुकार मच गई. जिसके बाद पूरी यूनिट में धुआं भर गया. कर्मचारियों की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी.
11 टैंकरों ने मिलकर बुझाई आग
जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम अपने साथ एक-दो फायर टैंकर लेकर पहुंची थी. घटनास्थल पर आने के बाद उन्हें 9 और फायर टैंकर मंगाने पड़े. इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. ये बिल्डिंग 5 से 6 मंजिल की थी, जिस वजह से आग बुझाने में फायर ब्रिगेड की टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. फायर ब्रिगेड ने एक-एक मंजिल से आग बुझाते हुए कर्मचारियों को बचाया.
NDRF टीम को भी बुलाना पड़ा
इस घटना की जानकारी मिलते ही अनकापल्ली जिले के SP और कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए. हालात को देखते हुए कलेक्टर ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए NDRF को भी मदद के लिए बुलाया. NDRF की टीम आने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई और फंसे हुए कर्मचारियों को बाहर निकाला गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद 17 कर्मचारियों की मौत हो गई थी, जबकि 36 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
अप्रैल 2019 में शुरू हुई थी ये यूनिट
अप्रैल 2019 में 200 करोड़ रुपए के निवेश के साथ एसेंशिया एडवांस्ड साइंस प्राइवेट लिमिटेड ने यहां पर अपनी एक यूनिट शुरू की थी. ये आंध्र प्रदेश इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन (APIIC) के मल्टी-प्रोडक्ट स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) के अच्युतपुरम क्लस्टर में 40 एकड़ के परिसर में हैं. वहीं, राज्य की गृह मंत्री अनिता ने इस दुर्घटना की जानकारी ली. उन्होंने पीड़ितों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का निर्देश दिया है.
पहले भी हो चुके हैं हादसे
इससे पहले भी यहां कई हादसे हो चुके हैं. इसी साल जुलाई महीने में आंध्र प्रदेश के NTR जिले में एक सीमेंट फैक्ट्री में विस्फोट हो गया था. इसमें 16 कर्मचारी घायल हो गए थे. 2023 में एक फार्मा कंपनी में हुए विस्फोट की वजह से 7 लोग घायल हो गए थे.