Sadeshkhali Row: पश्चिम बंगाल का संदेशखाली इन दिनों में काफी चर्चा में है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शेख शाहजहां समेत अन्य स्थानीय नेताओं पर यौन शोषण के साथ-साथ गांव वालों के घरों पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं. शेख शाहजहां अभी भी फरार है जबकि कुछ अन्य नेता पुलिस हिरासत में हैं. इन सब के बीच संदेशखाली में गांव वालों को उनके घर वापस मिलने लगे हैं, जबकि 400 शिकायतें दर्ज की गई हैं.


टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में एक प्रशासनिक सूत्र के हवाले से बताया गया कि सोमवार (26 फरवरी) तक 150 गांव वालों को अपनी जमीन वापस मिल गई है. इसके लिए राज्य भूमि और भूमि सुधार विभाग (एलएलआरडी) ने बरमाजुर पुलिस शिविर और एलएलआरडी की ओर से स्थापित शिविर में दायर शिकायतों के आधार पर संपत्तियों को वापस करने के लिए कदम उठाए थे.


उत्तरी 24 परगना के डीएम ने क्या कहा?


उत्तरी 24 परगना के डीएम शरद कुमार द्विवेदी ने कहा, “हमें 400 शिकायतें मिलीं थीं जिसमें जमीन विवाद जैसे मामले भी शामिल हैं. इसमें कब्जा करना, मछली फार्म में बदलना, मछली फार्म में खारा पानी डालना और जमीन के पट्टे की बकाया राशि का भुगतान न करना भी शामिल है. इनमें से कम से कम तीन ग्राम पंचायतों के 150 जमीन के मालिकों को उनकी जमीन वापस मिल चुकी है.”


मछली फार्म को खेल में बदलने की प्रक्रिया की गई शुरू


इसके साथ ही कुछ मछली फार्म्स को फिर से खेत में बदलने की प्रक्रिया विभागों की ओर से शुरू कर दी गई है. वहीं, खारे पानी को रोकने के लिए एंट्री गेट को सील किया जा रहा है. स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, प्रशासन ने ये कार्रवाई संकटग्रस्त इलाकों में बढ़ते गुस्से को देखते हुए शुरू की.


कोलकाता में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (27 फरवरी) को कहा कि बंगाल सरकार संदेशखाली के गुनाहगारों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. इसके साथ ही राज्यपाल आनंद बोस ने ममता बनर्जी सरकार और पश्चिम बंगाल पुलिस को 72 घंटों में शेख शाहजहां को गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया.  


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