C R Paatil: पुलिस का एक सिपाही कैसे बना गुजरात बीजेपी का चेहरा और पीएम मोदी का खासमखास, जानें
Gujarat BJP: चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल (C R Paatil) को गुजरात बीजेपी (Gujarat BJP) का दिग्गज नेता माना जाता है. पाटिल ने इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी तरफ से पूरी 182 सीटों का लक्ष्य रखा है.
C R Paatil: चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल (C R Paatil) को जुलाई 2020 में गुजरात बीजेपी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. पाटिल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खास माना जाता है. 67 साल के नेता को राज्य बीजेपी का दिग्गज नेता माना जाता है, जिनके नेतृत्व में भगवा पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का 1985 का रिकॉर्ड (कुल 182 सीटों में से 149) को तोड़ने का दावा कर रही है. पाटिल ने अपनी तरफ से पूरी 182 सीटों का लक्ष्य रखा है.
राज्य बीजेपी के शीर्ष पर पाटिल के कार्यकाल में हाल ही में भाजपा सरकार में विजय रूपाणी के साथ परिवर्तन हुआ और भूपेंद्र पटेल को रातोंरात मुख्यमंत्री के रूप में बदल दिया गया. कुछ दिनों पहले ही पाटिल ने कहा था कि दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद पटेल को सीएम के रूप में दोहराया जाएगा, क्योंकि उन्होंने अच्छा काम किया है. उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों को टिकट आवंटन का फैसला करेंगे.
बीजेपी के सभी बड़े फैसलों को पीछे होते हैं पाटिल
पाटिल को राज्य सरकार द्वारा लिए गए कई बड़े फैसलों के पीछे एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है, जिसमें शहरी क्षेत्रों में गुजरात मवेशी नियंत्रण (रख-रखाव) विधेयक 2022 का हालिया रोलबैक भी शामिल है. इस विधेयक पर सरकार के पुनर्विचार पर पहला शब्द पाटिल ने मालधारी समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद दिया था. पाटिल ने ही घोषणा की थी कि दक्षिण गुजरात में जनजातीय क्षेत्रों में विवादास्पद पार-तापी-नर्मदा योजना को खत्म कर दिया जाएगा.
सबसे ज्यादा अंतर से संसदीय सीट जीतने का रिकॉर्ड
पाटिल दक्षिण गुजरात के नवसारी निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार के सांसद होने के साथ ही देश में अब तक के अधिकतम अंतर से संसदीय सीट जीतने का रिकॉर्ड रखते हैं. महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पिंपरी में जन्मे पाटिल को सीआर के रूप में जाना जाता है. वह गुजरात का नेतृत्व करने वाले एक गैर-गुजराती हैं. ग्यारहवीं कक्षा से ड्रॉपआउट पाटिल के पास टर्नर के रूप में आईटीआई से डिग्री है.
दिसंबर 1989 में हुए थे बीजेपी में शामिल
पाटिल के पिता, जो एक पुलिस कांस्टेबल थे, 1951 में तत्कालीन अविभाजित बॉम्बे प्रेसीडेंसी में दक्षिण गुजरात में स्थानांतरित हो गए. पाटिल, अपने पिता की तरह, 1975 में एक कांस्टेबल के रूप में गुजरात पुलिस में शामिल हुए. 1984 में उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. पांच साल बाद वह दिसंबर 1989 में पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बीजेपी में शामिल हुए और आज बीजेपी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं.
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