नई दिल्ली: बीजेपी नेताओं के गाय पर अजीबोगरीब बयान के बाद अब भाषा की बारी है. बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने संस्कृत भाषा  पर काफी चौंकाने वाली बात कही है. उन्होंने कहा कि संस्कृत बोलने से कई बीमारियां दूर होती हैं. उन्होंने अमेरिका की कथित शैक्षणिक संस्था के शोध के हवाले से बताया, "संस्कृत बोलने से डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल कम होता है. रोजाना संस्कृत बोलना नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है. साथ ही डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद करता है."


सांसद महोदय संस्कृत यूनिवर्सिटी बिल पर बहस के दौरान बोल रहे थे. उन्होंने नासा के शोध के हवाले से दावा किया कि संस्कृत में कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग करने से कोई त्रुटि नहीं आएगी. उन्होंने बताया कि दुनिया की 97 फीसद भाषाएं संस्कृत पर आधारित हैं. जिनमें कुछ इस्लामिक भाषाएं भी शामिल हैं.


वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने बिल पर संस्कृत में अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि संस्कृत बहुत लचकदार भाषा है. इसके एक वाक्य को कई तरह से बोला जा सकता है. उन्होंने कहा कि कई अंग्रेजी के शब्द जैसे भाई और गाय संस्कृत से लिये गये हैं. सारंगी ने दावा किया कि प्राचीन भाषा को बढ़ावा देने से किसी अन्य भाषा को नुकसान नहीं पहुंचेगा.


पहले गाय पर आ चुका है अजीबोगरीब बयान


गौरतलब है कि इससे पहले भी गाय पर भी बीजेपी के बंगाल प्रदेश अध्यक्ष का कुछ अलग तरह का बयान आ चुका है. लोकसभा सांसद दिलीप घोष ने गाय पर बयान देकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं. बर्दवान में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, “भारतीय नस्ल की गायों में एक खासियत होती है. इनके दूध में सोना मिला होता है जिसके कारण उनके दूध का रंग सुनहरा होता है.” उन्होंने ये भी दावा किया था कि भारतीय गायों के दूध पीने से बीमारियां दूर होती हैं . बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह भी गाय पर बयान देकर काफी चर्चा में आ गये थे. उन्होंने कहा था कि आने वाले दिनों में ऐसी तकनीक का प्रयोग किया जाएगा जिससे गाय के गर्भधाम से होनेवाले बच्चे बछिया होंगे.