नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच देश आज आजादी की 73वीं सालगिरह मना रहा है. एक तरफ जहां आजादी का जश्न है तो वहीं दूसरी तरफ कोरोना का कहर भी. स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर किसी तरह का प्रतिबंध तो नहीं है लेकिन इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. ऐसे में देश के सबसे बड़े सार्वजनिक मंच लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर भी विशेष तैयारियां की गईं हैं. सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर सैनिटाइजेशन तक के विशेष इंतजाम किए गए हैं. इस बार सिर्फ चुनिंदा और बेहद महत्वपूर्ण लोगों को ही कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है.


आइए आपको बताते हैं कि इस बार का लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम में क्या अलग होगा?


करोना के बढ़ते ग्राफ के बीच स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष इंतजाम किया जा रहा है. कार्यक्रम में आने वाले सभी मेहमानों की कुर्सियां 6 फीट के अंतर पर ही रखी जाएंगी. इसके साथ ही मेहमानों के लिए मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा.


कार्यक्रम में किसी भी तरह की भीड़ पर पाबंदी लगाई गई है. चुनिंदा अति महत्वपूर्ण लोगों को ही कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. जानकारी के मुताबिक इस बार महज 150 से 200 मेहमान ही कार्यक्रम में शामिल होंगे. पहले यह संख्या 1000 के करीब होती थी.


हर साल कार्यक्रम में शामिल होने वाले बच्चे भी इस बार आपको नहीं दिखेंगे. हर साल लाल किले के सामने अलग अलग स्कूलों से आए इन बच्चों को विशेष आकृति में बैठाया जाता था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर अपना भाषण खत्म करने के बाद बच्चों के बीच पहुंचते थे. इस दौरान बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था.


स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण कोरोना वॉरियक और फ्रंटलाइन वर्कर होंगे. कोरोना से सीधी जंग लड़ने वाले डॉक्टर्स, हेल्थ वर्कर, पुलिसकर्मी उनके सराहनीय और साहसिक कार्य के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.


लाल किले पर आपको नन्हें मुन्ने भले ही ना दिखें लेकिन इस बार 500 एनएनसी कैडेट लाल किले पर कार्यक्रम के दौरान मौजूद होंगे. इन सभी 500 कैडेट्स को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ ही तैनात किया जाएगा.


कोरोना के कहर को देखते हुए भीड़ रोकने के लिए लाल किले के आसपास मौजूद दोनों मैदानों को बंद रखा जाएगा. आमतौर पर कार्यक्रम के दौरान यह दोनों ही मैदान आम जनता के लिए खुले कहते थे.


कोरोना काल में स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले की सुरक्षा को लेकर भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. जिन 350 जवानों के जिम्मे 15 अगस्त के दिन लाल किले की सुरक्षा होगी, उन्हें पहले ही क्वारन्टीन कर दिया गया है.