नई दिल्लीः शुक्रवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारतीय फार्मा कंपनी जायडस कैडिला की एंटी-वायरल दवा विराफिन( Virafin) को कोविड -19 मरीजों के इलाज के इमरजेंसी उपयोग की मंजूरी दे दी. विराफिन  Pegylated Interferon alpha-2b का जायडस कैडिला के द्वारा इस्तेमाल किया गया ट्रेड नाम है. 


जायडस कैडिला ने कहा है कि हल्के लक्षण वाले मरीजों को यह दवा दी जा सकती है. जब वायरल लोड मध्यम और हाई के बीच होता है, तो ऑक्सीजन की आवश्यकता तेजी से होती है. इसलिए इस दवा के इस्तेमाल से वायरल लोड कम हो जाएगा और ऑक्सीजन की आवश्यकता भी कम होगी.  


वायरल लोड को तेजी से कम कर सकती यह दवा  
फार्मा कंपनी का दावा है कि उनके तीसरे चरण के ट्रायल में कोविड -19 संक्रमण के हल्के लक्षण वाले मरीजों ने इस दवा की सिंगल डोज देने के सात दिनों के भीतर अधिकांश मरीजों ने जीरो वायरल लोड रिपोर्ट किया. इसलिए यह निष्कर्ष निकाला गया कि यह दवा वायरल लोड को तेजी से कम कर सकती है. इसी आधार पर इसे डीसीजीआई से एक आपातकालीन उपयोग की अनुमति मिली है. 
 
हेपेटाइटिस सी के लिए हो रहा इस्तेमाल
इस दवा का उपयोग पहले से ही हेपेटाइटिस सी के इलाज के लिए किया जा रहा है. हालांकि, 2004 में, जब SARS का प्रकोप फैला(कोरोना वायरस का पहला वेरिएंट), उस समय किए गए अध्ययनों से पता चला कि यह दवा SARS के इलाज में भी प्रभावी है. इसलिए अब इसे कोविद -19 के इलाज के लिए पुनर्निर्मित किया गया है.


डॉक्टर की सलाह पर करें दवा का इस्तेमाल
इस दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिल चुकी है, इसलिए यह दवा उपयोग के लिए उपलब्ध होगी. लेकिन इसे केवल तब ही दिया जा सकता है जब डॉक्टर द्वारा प्रिस्क्राइब किया गया हो. इसलिए इस दवा को डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए.
 


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