Howrah Violence: रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा, गुजरात वडोदरा, महाराष्ट्र के संभाजीनगर और बिहार के सासाराम-नालंदा में हिंसक झड़पें हुई हैं. इन जगहों पर पत्थरबाजी और आगजगी की भी खबरें मिली. इसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी और कईयों को गिरफ्तार भी किया है. प्रभावित इलाकों में स्थिति नियंत्रण में हैं और जहां तनाव है वहां पर पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात है.


हावड़ा हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को फोन कर स्थिति के बारे में जानकारी ली. वहीं इसे लेकर टीएमसी और बीजेपी के आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. 


पश्चिम बंगाल में सीएम के सख्त कार्रवाई के आदेश


रामनवमी के मौके पर पश्चिम बंगाल में हावड़ा के काजीपाडा इलाके में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान दो समूहों के बीच झड़प से माहौल तनावपूर्ण हो गया. इस दौरान वाहनों में आगजनी और पत्थरबाजी की घटना भी सामने आई. कई दुकानों- ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई. पुलिस वाहनों सहित कई कारों में आग लगा दी गई.


काजीपाडा में धारा 144 लगा दी गई है. पश्चिम बंगाल में हावड़ा और दो पुलिस कमिश्नरेट इलाकों में इंटरनेट की सुविधा को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है. इन सभी इलाकों में अफ़वाह फैलने के डर से राज्य सरकार ने यह फ़ैसला लिया है और नोटिफिकेशन जारी किया है.


शुक्रवार यानी 30 मार्च को भी यहां शिबपुर इलाके में पत्थरबाजी हुई थी, हालांकि पुलिस की भारी तैनाती के बीच शुक्रवार (31 मार्च) को इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण हैं. अब तक उपद्रव में शामिल 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सीएम ममता बनर्जी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ बीजेपी हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी.


टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पुलिस की कोई परमिशन नहीं थी. ये जुलूस अपना दम दिखाने के लिए किया गया था. बीजेपी तनाव पैदा कर रही है. वहीं बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में हावड़ा में रामनवमी के जुलूसों पर हिंसा और हमले की घटनाओं को लेकर जनहित याचिका दायर कर एनआईए जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं.


पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने हालातों पर सीएम ममता बनर्जी से बात की. उन्होंने सरकार से इस मामले को लेकर रिपोर्ट मांगी. इसके साथ ही राज्यपाल ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त इंतजाम करने और शरारती तत्वों से सख्ती निपटने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने भी इस तरह की घटना दोबारा न हो उसे रोकने के लिए कड़ा और असरदार एक्शन लेने की बात कही है.


वडोदरा में आरोपी न्यायिक हिरासत 


गुरुवार को वडोदरा के फतेपूरा इलाके में पत्थरबाजी की दो घटनाए हुई थी. पहली दोपहर डेढ़ बजे और दूसरी शाम 6 बजे हुई. पुलिस का मानना है कि दोपहर डेढ़ बजे दरगाह के पास हुई पत्थरबाज़ी की घटना बाइक सवार युवकों से हुई झड़प के बाद हुई. शोभायात्रा में जश्न मनाते समय पटाखे के कागज के टुकड़े उड़कर दरगाह में चले गए जिसके बाद बहस हुई और झगड़ा हुआ.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चार घंटे बाद इसी घटना से 200 मीटर दूरी पर दूसरी पत्थरबाजी की घटना हुई. जब मस्जिद के छत और अंदर से पत्थर फेंके गए. इस मामले में 23 आरोपियों में 5 को दो दिनों की रिमांड पर लिया गया है. 18 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. 23 आरोपियों में 5 महिला आरोपी भी शामिल हैं. इन पर पुलिस और शोभायात्रा पर पत्थर फेंकने का आरोप है. 


महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट मोड में


महाराष्ट्र में दोबारा किसी प्रकार का हिंसा न हो, इसके लिए रामनवमी के दिन हुई घटना के बाद से ही महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट मोड में रही. पुलिस सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगरानी करेगी. मुंबई के मलाड इलाके में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हुई.


मुंबई की मालवानी पुलिस 300 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच और आरोपियों की तलाश में जुटी है. अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन पर इलाके में शोभायात्रा के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश पर IPC की धारा 324, 353 और अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.


मुंबई पुलिस के डीसीपी ने बताया की रामनवमी के जुलूस यात्रा के दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, लेकिन अब सब ठीक है.


वहीं बुधवार (29 मार्च) की रात महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में कुछ लोगों ने आगजनी की. पुलिस की गाड़ियों में भी आग लगा दी गई. यहां हिंसा के दौरान एक शख्स की जान चली गई, हालांकि मौत का कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है. संभाजीनगर हिंसा मामले में पुलिस ने 8 लोगों को किया गिरफ्तार किया है.


पुलिस ने कोर्ट से इन सभी आरोपियों की 7 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की थी. इसका आरोपियों के वकीलों ने विरोध किया. संभाजीनगर के पुलिस कमिश्नर निखिल गुप्ता ने मामले की जांच के लिए SIT बनाई. SIT में साइबर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है.


बिहार में दो जगहों पर हिंसा


बिहार के नालंदा और सासाराम में जुलूस के दौरान हिंसक झड़प हुई. इसमें दो समुदायों के बीच गोलीबारी हुई. कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. नालंदा के लहरी थाना इलाके के गगनदीवान मोहल्ले के पास हुई. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. मौके पर डीएम, एसपी समेत भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे. यहां स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. इलाके में धारा 144 लगा दी गई है.


वहीं बिहार के सासाराम में हुई हिंसा की वजह से वहां भी धारा 144 लागू कर दी गई है और अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. सासाराम में दंगा प्रभावित इलाके में शाहाबाद के डीआईजी नवीनचंद्र झा मौके पर पहुंचे हैं.


उन्होंने दंगा नियंत्रण को लेकर अधिकारियों को दिए निर्देश दिए. डीआईजी ने कहा कि जहां तनाव पैदा हुआ था वहां अब स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि अभी सारे अधिकारी यहां मौजूद हैं. इस बीच DIG ने पुलिस को गोली लगने की खबर का खंडन किया. उन्होने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, किसी को गोली नहीं लगी है.


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