Violence Over Ram Navami In Howrah: पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है. इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को फोन कर स्थिति की जानकारी ली है. उन्होंने राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को भी इस मामले को लेकर फोन किया.


इसके बाद गवर्नर आनंद बोस ने कहा कि स्थिति की समीक्षा के लिए उन्होंने सीएम ममता बनर्जी से चर्चा की. राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि कानून व्यवस्था को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं और उपद्रवियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए. सीएम ने आश्वासन दिया कि इस तरह की आपराधिक घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कड़ी और निर्णायक कार्रवाई की जाएगी.


हाई कोर्ट पहुंची बीजेपी


बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. इसमें एनआईए जांच और ऐसे क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग की है. कार्यवाहक जस्टिस ने जनहित याचिका दायर करने की मंजूरी दी और उसे सोमवार 3 अप्रैल के लिए लिस्ट किया है.


हावड़ा शहर में काजीपाडा इलाके के आसपास रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच गुरुवार (30 मार्च) को झड़प हो गई थी. इसके बाद पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच शुक्रवार (31 मार्च) को इलाके में स्थिति शांतिपूर्ण है.


हिंसा के दौरान कई दुकानों और ऑटो-रिक्शा में तोड़फोड़ की गई, जबकि कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कार में आग लगा दी गई. आग बुझाने के लिए दमकल की चार गाडिय़ों का इस्तेमाल किया गया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल का इस्तेमाल किया.


'हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है'


इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है. बनर्जी ने एबीपी आनंदा से कहा, ‘‘हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और न ही मुस्लिम थे. बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ बीजेपी हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी.’’


एनआईए जांच की मांग की


शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ''मैंने आज कलकत्ता हाईकोर्ट में हावड़ा और डालखोला में रामनवमी के जुलूसों पर हिंसा और हमले की घटनाओं के संबंध में एक जनहित याचिका दायर की है. मैंने ऐसे क्षेत्रों में एनआईए जांच और केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती के लिए प्रार्थना की है स्थिति पर काबू पाने और कानून और व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने के साथ-साथ निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए माननीय कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने जनहित याचिका दायर करने के लिए अनुमति देने की कृपा की है.






'रास्ते पर चिल्ला कर शोभायात्रा का नाम'


वहीं टीएमसी के नेता और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हावड़ा में जो हुआ है वो सबने देखा है. मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा था कि कुछ लोग दंगा लगाने की कोशिश कर रहे हैं. कोई पुलिस की परमिशन नहीं थी. ये जुलूस अपना दम दिखाने के लिए किया गया था. 


उन्होंने कहा कि तलवार लेकर राम का जुलूस कैसे निकला जा सकता है? डी जे चला कर कोई राम को याद करता है. ये कैसी प्रथा है जहां रास्ते पर चिल्ला कर शोभायात्रा का नाम देकर इसे निकाला जाता है. बीजेपी बंगाल को अपनी पैतृक सम्पत्ति समझती है. गुजरात से लेकर बिहार तक रामनवमी के नाम पर दंगा किया जा रहा है.


टीएमसी के नेता बनर्जी ने कहा, " सब बीजेपी के कहने पर हो रहा है नेता दिल्ली जाते हैं और कहते कि टीवी पर नजर रखना और बंगाल मे दंगे लग जाते हैं. राम के नाम पर राजनीति का फायदा बंगाल में नही मिलेगा 2021 की हार भूल गए हैं क्या?"


 



रामनवमी के दौरान भड़की थी हिंसा


पश्चिम बंगाल के हावड़ा के गुरुवार (30 मार्च) को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़की थी. दूसरे दिन भी  शिबपुर इलाके में स्थिति हिंसक हो गई है. रामनवमी पर आगजनी के एक दिन बाद शुक्रवार (31 मार्च) यहां ताजा हिंसा भड़क गई. पुलिस के अनुसार हावड़ा में राम नवमी के मौके पर दो समूहों के बीच संघर्ष हो गया. 


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