HRD मंत्रालय ने JNU के VC से कहा- छात्रों से बातचीत करें, कैंपस में सामान्य स्थिति बहाल करें
मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्रालय ने कुलपति एम जगदीश कुमार से कहा कि JNU अग्रणी यूनिवर्सिटी है और उसे वैसे ही बनाए रखा जाना चाहिए.
नई दिल्ली: दिल्ली के जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार को हुई मारपीट के बाद छात्रों में गुस्सा है और तनाव की स्थिति बरकरार है. इस बीच मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्रालय ने जेएनयू को जल्द से जल्द परिसर में सामान्य स्थिति बहाल करने का निर्देश दिया है.
अधिकारी ने बताया कि कुलपति एम जगदीश कुमार से कहा गया है कि छात्रों के साथ अधिक से अधिक संवाद करें और फैकल्टी को विश्वास में लें. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कुलपति से कहा कि जेएनयू अग्रणी विश्वविद्यालय है और उसे वैसे ही बनाए रखा जाना चाहिए.
Be more communicative with students, take faculty into confidence: HRD Ministry tells JNU VC
— Press Trust of India (@PTI_News) January 8, 2020
इस बीच सरकार के सूत्रों ने दावा किया है कि पुलिस को जेएनयू में छात्रों पर हमला करने वाले नकाबपोश लोगों की पहचान के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, पुलिस मामला सुलझाने के कगार पर है.
पुलिस को 11 शिकायतें मिली है. पुलिस ने बताया कि रविवार को नकाबपोश युवकों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में की गयी मारपीट और हमले के बाद बड़ी तादाद में पुलिस बलों को तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया कि पांच जनवरी को विवि परिसर में हुए हमले को देखते हुए पुलिस को 11 शिकायतें मिली हैं. इनमें से एक शिकायत विश्वविद्यालय के एक प्राध्यापक ने दर्ज करायी है जबकि शेष छात्रों की ओर से आयी है . पुलिस ने बताया कि इन सभी मामलों को क्राइम ब्रांच के हवाले किया जाएगा.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) देवेंदर आर्य ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. उन्होंने कहा, ‘‘विवि प्रशासन के आग्रह पर, परिसर में पुलिस की मौजूदगी जारी रहेगी .’’
पांच जनवरी को दर्जनों की संख्या में नकाबपोश लोगों ने छात्रों और प्रोफेसर पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया था. जिसमें कम से कम 20 लोग जख्मी हो गए. जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष भी बुरी तरह जख्मी हो गईं. इस घटना की राजनीतिक दलों, फिल्म इंडस्ट्री और आम लोगों ने कड़ी निंदा की.
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