मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा- अगस्त के बाद स्कूल-कॉलेज खोलने पर होगा विचार
कोरोना वायरस से फैला महामारी के कारण दिल्ली के सभी स्कूल- कॉलेज मार्च महीने से बंद हैं. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि स्कूलों और कॉलेजों को अगस्त के बाद खोलने पर विचार किया जाएगा.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच सबकुछ सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. अनलॉक 1 में जहां धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल्स, होटल रेस्टोरेंट खुल गए हैं वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जानकारी दी है कि स्कूल- कॉलेज अगस्त के बाद खोलने पर विचार किया जाएगा. पहले ये जुलाई में खोले जाने थे.
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि 33 करोड़ छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो, इस बात का ध्यान हम रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि बोर्ड, जेईई मेन और नीट को लेकर स्टूडेंट्स और पैरेंट्स परेशान थे, इसलिए लॉकडाउन खत्म होने के साथ सबसे पहले परीक्षाओं को पूरा कराया जाएगा.
स्कूलों को खोले जाने के विषय पर केंद्रीय मंत्री निशंक ने कहा, "अगस्त के बाद स्कूलों को खोलने की प्रक्रिया बनेगी."
इस बारे में अंतिम निर्णय मौजूदा हालातों का आकलन करने के बाद ही लिया जाएगा. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक अगस्त के बाद ही विश्वविद्यालयों में भी नए सेशन की भी शुरूआत हो सकेगी.
15 अगस्त तक घोषित किए जा सकते हैं सीबीएसई बोर्ड के नतीजे
सीबीएसई बोर्ड के नतीजे 15 अगस्त तक घोषित किए जा सकते हैं. 10वीं और 12वीं दोनों ही कक्षा के नतीजे महज कुछ ही दिनों के अंतराल पर घोषित किए जाएंगे. हालांकि स्कूलों को खोलने का फैसला अगस्त के उपरांत ताजा स्थिति को ध्यान में रखकर किया जाएगा.
मनीष सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को लिखा पत्र
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने भी स्कूल खोले जाने के विषय पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय को एक पत्र लिखा है. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने पत्र में कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ समय पहले कहा था कि हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डालनी होगी. ऐसे में स्कूलों को उचित सुरक्षा उपायों के साथ खोलना ही बेहतर कदम होगा."
सिसोदिया ने लिखा है कि सबसे पहले, हमें हर बच्चे को भरोसा दिलाना होगा कि वह हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं. अपने स्कूल के भौतिक और बौद्धिक परिवेश पर सबका समान अधिकार है. केवल ऑनलाइन क्लास से शिक्षा आगे नहीं बढ़ सकती. केवल बड़े बच्चों को स्कूल बुलाना और छोटे बच्चों को अभी घर में ही रखने से भी शिक्षा को आगे बढ़ाना असंभव होगा.
कई निजी स्कूलों की ओर से भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय को स्कूल खोलने और इस दौरान स्कूलों में बरती जाने वाली सुरक्षा को लेकर उपाय सुझाए गए हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय फिलहाल स्कूलों को खोलने की जल्दी में कतई नहीं है. मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल 1 से 15 जुलाई के बीच 10वीं और 12वीं कक्षा की शेष रह गई बोर्ड परीक्षाएं करवाने की तैयारी की जा रही है.परीक्षाओं के उपरांत पहली प्राथमिकता 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित करना है. इसके बाद ही स्कूल कॉलेजों को खोलने की प्रक्रिया आरंभ की जा सकेगी.
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