नई दिल्ली: 13 फरवरी से इंडिया गेट पर शुरू हुए हुनर हाट में पिछले 11 दिनों में 15 लाख से ज्यादा लोग पहुंचे हैं. इस हुनर हाट के आयोजक अल्पसंख्य मंत्रालय के मुताबिक ना सिर्फ देश से बल्कि विदेशों से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं. वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक 19 फरवरी को पीएम मोदी के आने बाद से यहां लोगों के आने की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है. मंत्रालय को उम्मीद है की आखरी दिन ये संख्या काफी बढ़ सकती.


पीएम मोदी 19 फरवरी को दिल्ली के हुनर हाट गए थे, जहां उन्होंने शिल्पकारों और दस्तकारों से मुलाक़ात की थी. वहीं हुनर हाट में बिहार का लिट्टी चोखा खाया और चाय पी थी. इसके अलावा रविवार को हुई मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने काफी विस्तार से इसका जिक्र किया और काफी तारीफ भी की.


इस हुनर हाट का आयोजन कराने वाले मंत्रालय के मुताबिक ना सिर्फ यहां दस्तकार और शिल्पकारों का सामान बिका बल्कि इन दस्तकार और शिल्पकारों को विदेश से भी लाखों करोड़ों का ऑर्डर मिला है. इसलिए मंत्रालय ने उनकी मदद करने का फैसला भी किया है. इसी कड़ी में मंत्रालय इन शिल्पकारों, दस्तकारों और कारीगरों को पैकेजिंग में मदद करेगी. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी के मुताबिक "पैकेजिंग के लिए हम इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैकेजिंग के ज़रिए इनकी मदद करेंगे. ताकि लोग लिफाफा देखकर खत का मजमून समझ लें, क्योंकि दुनिया पैकेजिंग पर चलती है."


इसके अलावा सरकार डेढ़ लाख से ज्यादा उनके पास रजिस्टर हो चुके इन दस्तकारों और शिल्पकारों को जेम पोर्टल पर भी रजिस्टर कराएगी. जिसमें जेम पोर्टल पर एक सेक्शन बनाया जाएगा हुनर हाट जिसमें सारे दस्तकार और शिल्पकारों के सामान हैं, वह खरीदे जा सकेंगे.


अभी तक हुनर हाट देखने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्र के कई मंत्री जिसमें रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, महेंद्र नाथ पांडे, पीयूष गोयल, जितेंद्र सिंह. इसके अलावा सभी राजनीतिक दल के बड़ी संख्या में सांसद, अलग-अलग राज्यों के विधानसभा के सदस्य, कई ब्यूरोक्रेट, कई मंत्रालय के सचिव अतरिक्त सचिव और अधिकारी अलग-अलग समय पर यहां आ चुके हैं.


अगला हुनर हाट 29 फरवरी से रांची में शुरू होगा. और इसके बाद 13 मार्च से चंडीगढ़ में शुरू होगा. वहीं, इसके बाद केरल के कोच्चि और कर्नाटक के बेंगलुरु में भी हुनर हाट लगाया जाएगा. मंत्रालय का लक्ष्य है कि अगले पांच साल में देश भर में ऐसे 100 हुनर हाट का आयोजन किया जाए.