मिजोरम की राजधानी आइजोल में दुनिया में सबसे बड़े परिवार के मुखिया का रविवार के दिन निधन हो गया है. इनका परिवार दुनिया का सबसे बड़ा परिवार इसलिए माना जाता है क्योंकि उसमें 166 लोग एक साथ रहते हैं. जानकारी के मुताबिक 76 साल के जियोंघाका उर्फ जियोन-आ कई दिनों से बीमार चल रहे थे, जिसके चलते बक्तावंग गांव में उनके घर पर ही उनका इलाज चल रहा था, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जियोन के परिवार में उनकी 39 बीवियां, 94 बच्चे और 33 नाती-नातिन और पोते-पोतियां रहती हैं. वहीं अस्पताल के निदेशक डॉ. लालरिंटलुंगा जहाउ ने एक इंटरव्यू में बताया कि जियोन-आ काफी समय से मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे, जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ी और उनकी मौत हो गई.
कौन थे जियोन-आ ?
जानकारी के मुताबिक जियोन-आ छुआंथर संप्रदाय के नेता थे. इस संप्रदाय को उनके दादा खुआंगतुआहा ने साल 1942 में मावंगकावन गांव से निष्कासित होने के बाद स्थापित किया था, वहीं जियोन-आ के पिता का नाम चना था. जियोन-आ अपने पूरे परिवार के साथल बक्तावंग गांव में रह रहे थे. ये गांव मिजोरम की राजधानी आइजोल से 55 किलोमीटर दूर है.
जियोन-आ के निधन पर सीएम ने जताया दुख
जियोन-आ के निधन की खबर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियों में बनी हुई है. इसी के चलते मुख्यमंत्री जोरामथांगा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लाल थनहावला, जोराम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा ने जियोन-आ के निधन पर शोक प्रकट किया है. मिजोरम के सीएम ने कहा 'मिजोरम और बक्तावंग तलंगनुम में उनका गांव पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है, और ये इतने बड़े परिवार के कारण ही हुआ.'
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