नई दिल्लीः हैदराबाद गैंगरेप मर्डर केस मामले में आरोपियों के एनकाउंटर के बाद देश भर में राजनीति गरमा गई है. देश भर में कुछ लोग इस एनकाउंटर को जायज ठहरा रहे हैं तो कुछ लोगों ने इसे गलत ठहराया है. वहीं इस मामले को लेकर तेलंगाना पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार ने कहा कि आरोपियों ने हथियार छीनकर पुलिस पर फायरिंग की. जिसके बाद जवाबी फायरिंग में चारों आरोपियों की मौत हो गई.


इस घटना को लेकर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एनकाउंटर को लेकर कहा है कि मैं इस एनकाउंटर के खिलाफ हूं. एनकाउंटर की न्यायिक जांच होगी.


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''इसके बारे में मुझे अभी विस्तार से जानकारी नहीं है लेकिन जहां तक मेरी बात है मैं एनकाउंटर के खिलाफ हूं. मैं जानना चाहता हूं कि पुलिस को यह कदम क्यों उठाना पड़ा? एनकाउंटर की न्यायिक जांच होगी.''


एनकाउंटर के बाद तेलंगाना पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें सायबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने इस घटना के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि चारों आरोपियों की स्वीकृति के बाद पुलिस उन्हें घटनास्थल पर लेकर आई थी.


जैसे ही आरोपी घटनास्थल पर पहुंचे. चारों आरोपी एक हो गए और पुलिस पर पत्थर और डंडे से हमला करना शुरू कर दिया. आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की. पुलिस लगातार उन्हें सरेंडर करने के लिए कहती रही लेकिन वो लोग पुलिस पर फायरिंग करते रहे.


अधिकारी ने बताया कि मामले को हाथ से निकलता देख पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान घटनास्थल पर पुलिस के 10 लोग मौजूद थे. आरोपियों द्वारा फायरिंग करने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई जो करीब 10 मिनट तक चली. इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गोली मार दी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.


क्या है मामला?


बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे.


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