Asaduddin Owaisi Beef Comment Row: लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच हैदराबाद में बीफ पर संग्राम छिड़ गया है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव प्रचार के दौरान बीफ बेचने वाले दुकानदार की शॉप पर जाकर जिंदाबाद का नारा लगाया. अब इस मामले पर हैदराबाद से उनके खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार माधवी लता ने पलटवार किया है. माधवी लता ने कहा है कि ओवैसी कैसे बैरिस्टर बन गए?
'फतवा का भी नहीं है ज्ञान'
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में माधवी लता ने कहा, ''मैं समझ नहीं पाती हूं कि ओवैसी बैरिस्टर कैसे बन गए. वह पर्सनल लॉ की बात करते हैं. पर्सनल लॉ के मुताबिक, ‘फतवा’ कुछ होता है, जिसका पालन सभी को करना होता है. जब फतवा है कि बीफ नहीं खाना चाहिए, तो वह फतवे के खिलाफ कैसे जा रहे हैं. इसका मतलब है कि वह अपने धर्म का भी सम्मान नहीं करते हैं.''
उन्होंने आगे कहा, ''क्या एक मुसलमान का जीवन ऐसा है कि ये बीफ काटने और खाने के इर्द-गिर्द घूमता है? आप (ओवैसी) इस पर वोट मांग रहे हैं? वह मुसलमानों के जीवन को इतना छोटा क्यों बना रहे हैं? उन्हें शिक्षा प्राप्त करने और देश के लिए कुछ बनने की बात करनी चाहिए. बीफ काटने का क्या मतलब है? क्या उन्हें वोट मांगने के लिए कुछ और नहीं मिला? यह मेरे लिए आश्चर्य की बात है.''
क्या है मामला?
दरअसल असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में ओवैसी एक दुकान के बाहर खड़े होकर दुकान का नाम पढ़ते हुए कहते हैं रेहान बीफ शॉप! जिंदाबाद. इसके बाद वो ये भी कहते सुनाई दिए कि काटते रहो. इसी वीडियो के सामने आने के बाद विवाद बढ़ गया है. इस पर वह लगातार बीजेपी नेताओं के निशाने पर हैं.
निर्मला सीतारमण ने भी साधा ओवैसी पर निशाना
ओवैसी के इस बयान पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि ओवैसी के राजनीतिक बयान हमेशा अशोभनीय होते हैं. मुझे आश्चर्य नहीं है कि उन्होंने ऐसा बयान दिया. उनके छोटे भाई विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी भी इस तरह के अतिवादी बयान देने में माहिर हैं, इसलिए मुझे कोई आश्चर्य नहीं है.