नई दिल्ली: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 27 नवंबर को महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसे जलाकर मारने के चारों आरोपियों का पुलिस ने आज एनकाउंटर कर दिया. पर इस इनकाउंटर को लेकर लोग दो धड़े में बंट गए हैं. एक तरफ जहां लोग इसे जायज औऱ इंसाफ बताकर पुलिस की मिसाल देते नहीं थक रहे तो वहीं दूसरी तरफ लोग इसे सीधे-सीधे कानून के उल्लंघन का मामला बता रहे हैं.
इसके अलावा चारो आरोपियों के नाबालिग होने की भी बात कही जा रही है तो आइए आपको इस जघन्य घटना के आरोपियों के बारे में बताते हैं...
20 से 26 के बीच थी आरोपियों की उम्र
साइबराबाद पुलिस के मुताबिक चारो आरोपी जोलू शिवा, जोलू नवीन, चिन्यथाकुन्ता चेन्नेकसवुलु और मोहम्मद आरिफ लॉरी में काम करते थे. इसमें से तीन की उम्र 20 और एक की उम्र 26 साल थी. चारो आरोपियों को 29 नबंबर को गिरफ्तार किया गया था. मोहम्मद आरिफ इस मामले का मुख्य आरोपी था. इनमें से मोहम्मद आरिफ और चिन्यथाकुन्ता चेन्नेकसवुलु लॉरी ड्राइवर थे और बाकी दो जोलू शिवा, जोलू नवीन लॉरी क्लीनर का काम करते थे. ये सारे ही नाबालिग की उम्र सीमा पार कर चुके थे.
पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार कर रहे थे एनकाउंटर टीम की अगुवाई
इस एनकाउंटर को साइबराबाद पुलिस ने अंजाम दिया. पुलिस की इस टीम की अगुवाई खुद साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार कर रहे थे. पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार ने साल 2008 में भी एसिड अटैक के आरोपियों का एनकाउंटर किया था और इनकी अगुवाई में हैदराबाद रेपकांड के आरोपियों को ढेक कर दिया गया. साल 2008 में एक इंजीनियरिंग छात्रा पर एसिड फेंका गया था. इस मामले को सज्जनार ने 48 घंटे में सुलझा लिया था.
10 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर थे चारो आरोपी
चारो आरोपी 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड में थे. आज सुबह पुलिस चारों आरोपियों को बस में वारदात की जगह लेकर आई थी. बड़ी बात यह है कि पुलिस ने इन लोगों का एनकाउंटर उसी हाईवे पर किया है, जहां इन चारों ने महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप किया था और उसे जलाकर मार दिया था.
एनकाउंटर की मजिस्ट्रेट जांच होगी
सूत्रों के मुताबिक, हैदराबाद में मारे गए चारों आरोपियों के एनकाउंटर की मजिस्ट्रेट जांच होगी. चारों के शवों का पोस्टमार्टम होगा. पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का एक पैनल बनाया जाएगा. साथ ही पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जा सकती है.
एनकाउंटर टीम को मिठाई खिलाकर लोगों ने दी सलामी
हैदराबाद में जहां एक तरफ एनकाउंटर वाली जगह पर पुलिसवालों के सम्मान में फूल बरसाए गए. एनकाउंटर टीम को मिठाई खिलाकर सलामी दी गई. वहीं कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठाए हैं.
एनकाउंटर पर उठे सवाल
एनकाउंटर पर कवि कुमार विश्वास ने कहा, ‘’इस घटना पर देश के सामान्य नागरिकों में प्रसन्नता, “न्यायिक व्यवस्था व राजनैतिक संकल्प-शक्ति” के प्रति गहरे अविश्वास की दुखद सूचना भी है . जनतंत्र के रूप में हम सब को इस व्यवस्था के आमूल-चूल कायाकल्प के विषय में सोचना ही होगा.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए हैं. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एबीपी न्यूज़ से कहा है, ‘’कहीं पुलिस ने पब्लिक के दबाव की वजह से तो एनकाउंटर नहीं किया? आखिर ऐसी कौनसी नौबत आ गई थी कि कानून के रखवालों को ही कानून हाथ में लेना पड़ा. हो सकता है कि चारों आरोपियों ने वाकई में भागने की कोशिश की हो, लेकिन एक साथ चारों आरोपियों को मार देना एक्सट्रीम कंडीशन है. इस एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए.’’
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने कहा है कि अगर आरोपियों को कानून की प्रक्रिया के तहत सजा मिलती तो ज्यादा बेहतर होता. ऐसे दोषियों का अंजाम यही होना चाहिए था, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत होता तो एक और अच्छा संदेश जाता.
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