Hyderabad Student Assault: हैदराबाद में छात्रावास (Hostel) के कमरे में कुछ छात्रों ने मिलकर एक लॉ छात्र की बुरी तरह से पिटाई कर दी. छात्र को धार्मिक नारे लगाने के लिए भी मजबूर किया गया. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो गया है.
वीडियो में दिखाया गया है कि हैदराबाद में ICFAI फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन (IFHE) में प्रथम वर्ष के छात्र हिमांक बंसल को पहले थप्पड़ मारा गया, फिर लात मारी गई और उसके हाथ मोड़ दिए गए. पीड़ित को वीडियो में "जय माता दी" और "अल्लाहु अकबर" के नारे लगाते हुए भी सुना जाता है.
'इनता मारेंगे...कोमा में चला जाएगा'
एक आरोपी कहता है, ''हम उसकी विचारधारा को ठीक करना चाहते हैं. हम उसे इतना मारेंगे के वे कोमा में चला जाएगा और उसे एक नई दुनिया याद आएगी. उनमें से एक उसका बटुआ छीन लेता है और दूसरे से कहता है, "जितना पैसा चाहिए, ले लो." वहीं एक अन्य आरोपी हिमांक बंसल से कहता है, "क्या आपका ba**s अभी तक गिरा है? क्या आप नौ साल के हैं? "आप एक बच्चे की तरह काम कर रहे हैं भाई."
'फिर भी आप भेदभाव कर रहे हैं'
वीडियो में एक अन्य छात्र को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि "पहले दिन सभी ने आपको उत्तर भारतीय-दक्षिण भारतीय में भेदभाव न करने के लिए कहा...फिर भी आप भेदभाव कर रहे हैं." हालांकि, साइबराबाद पुलिस आयुक्त स्टीफन रवींद्र ने कहा कि घटना में "कोई उत्तर-दक्षिण कोण" नहीं है. उन्होंने कहा कि छात्र को दोनों धर्मों के नारे लगाने के लिए मजबूर किया गया था.
8 पुलिस हिरासत में, 4 फरार
इस पूरे मामले में नाबालिग समेत कुल 12 छात्रों में से आठ को हिरासत में ले लिया गया है. बाकी फरार हैं. इन सभी को बिजनेस स्कूल ने भी निलंबित कर दिया है. रजिस्ट्रार और निदेशक (प्रशासन) समेत कॉलेज के पांच अधिकारियों को पुलिस के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है. प्रबंधन में अन्य लोग भी इसी तरह के नोटिस प्राप्त करने के लिए तैयार हैं.
पुलिस ने पूरे मामले में क्या कहा
एनडीटीवी पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि छात्र को उसके पेट में घूंसा और लात मारी गई और आरोपी ने उसके गुप्तांगों को भी छुआ. एक अधिकारी ने कहा कि उसे कुछ रसायनों और पाउडर खाने के लिए भी मजबूर किया गया था. पुलिस के अनुसार, आरोपी ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और उसके कपड़े उतारने की कोशिश की.
बिजनेस स्कूल ने एक बयान में कहा, "इस तरह के अवांछनीय कृत्यों के प्रति शून्य सहनशीलता" है. संस्था ने कहा कि "उन्होंने तत्परता से काम लिया और घटना में शामिल सभी 12 संबंधित छात्रों को निलंबित करने का निर्णय लिया."
बीजेपी ने की केसीआर सरकार की आलोचना
बीजेपी ने इस मामले की उचित जांच की मांग की है और तत्काल कार्रवाई नहीं करने के लिए के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार की आलोचना की है. बीजेपी नेता रचना रेड्डी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, "यह यहां धर्म के बारे में नहीं है...यह कैसी धर्मनिरपेक्षता है जहां इस तरह की भड़काऊ घटनाओं पर किसी का ध्यान नहीं जाता है."