'विदेशी आक्रांता हमें जीत पाते न उनकी ये औकात तब थी, न अब है', हैदराबाद में बोले RSS चीफ मोहन भागवत
Lok Manthan Bhagyanagar 2024: मोहन भागवत ने कहा, “लोक, सृष्टि और धर्म इन तीनों की उत्पत्ति का समय एक है. यह साथ चलते हैं और प्रलय तक रहेंगे इसलिए सनातन है. क्योंकि यह तीनों साथ हैं इसलिए अस्तित्व है."
Lok Manthan Bhagyanagar 2024: हैदराबाद में लोकमंथन भाग्यनगर 2024 आयोजन शुरू है, जहां पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहुंचे है. कार्यक्रम में सरसंघचालक ने कहा कि हमारा यह जीवन सनातन है. हमारा देश एक सनातन राष्ट्र है. हमारे कपड़े बदले होंगे, खाना बदला होगा, लेकिन अंदर से हम सभी एक हैं. वह बोले, “अगर खोजें को विविधता में ही एकता है.”
मोहन भागवत ने कहा, “लोक ,सृष्टि और धर्म इन तीनों की उत्पत्ति का समय समान है. यह साथ चलते हैं और प्रलय तक रहेंगे इसलिए सनातन है. क्योंकि यह तीनों साथ हैं इसलिए अस्तित्व है. सभी चीजें इन तीनों के सहारे चलती है. यह बात हमारे पूर्वजों ने पहचानी. यह कोई बपौती हमारी नहीं है, यह एक सत्य है क्योंकि हमारे पूर्वजों ने यह सत्य खोजा है.”
‘खोजो तो विविधता में एकता है’
सरसंघचालक ने कहा, "विविधता में भी एकता है. अगर खोजो तो. एकता है तो सभी अपना है. सब सुखी होंगे तभी हम भी खुश होंगे. वास्तव में अगर सुख संतोष पाना है तो सर्वे भवन्तु सुखिन: की भावना के बिना रास्ता नहीं है. हमारे देश में सभी संसाधनों पर समाज का स्वामित्व था, लेकिन देश में विदेशी शासक आये खासकर अंग्रेजों ने हमारे संसाधनों पर कब्जा किया, जिसके चलते धीरे-धीरे हम इस स्तिथि में पहुंचे. हमें बताना पड़ता है की यह हमारा है. यह दुर्भाग्य और शर्म की बात है."
‘RSS चीफ बोले- धर्म साथ चलता है’
मोहन भागवत बोले, “देश की ऐसी स्थिति केवल इसलिए नहीं हुआ क्योंकि यहां विदेशी आक्रांता आये थे. विदेशी आक्रांताओं की तो यह औकात नहीं थी कि वह हमें जीत पाते और आज भी नहीं है. हम अधर्म पति हुए इसलिए यह स्थिति आई थी. हम कौन हैं, हमारा स्वाभिमान हम भूल गए. हम क्यों भूले क्योंकि हम अपना जीवन ध्येय भूल गए. धर्म क्या है, इतनी सारी विविधता के बावजूद साथ मिलकर चलें यही धर्म है. धर्म अगर साथ चलता है तो सृष्टि चलती है."
यह भी पढ़ें- 'क्रिकेट पसंद, लेकिन खेलने की उम्र नहीं रही', पूर्व CJI चंद्रचूड़ ने बताया कौन है पसंदीदा खिलाड़ी?