Police Action In Sonali Phogat Murder Case: हरियाणा (Haryana) की बीजेपी नेता सोनाली फोगाट की हत्या के मामले (Sonali Phogat Murder Case) में ड्रग्स कनेक्शन (Drugs Connection) पर हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) भी नजर रखे हुए है. हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद (CV Anand) ने गोवा पुलिस (Goa Police) पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ड्रग पैडलर्स (Drug Paddlers) पर गोवा पुलिस की कार्रवाई की मंशा पर सवाल खड़ा किया है.


हैदराबाद पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने कहा, ''प्रितीश नारायण बोरकर उर्फ बाबू बॉस एडमिन है और वह सोनाली फोगाट केस में शामिल है. हमारा कम्यूनिकेशन जब भी उनसे (गोवा पुलिस से) होता है, उसका रिजल्ट निगेटिव होता है, उल्टा जिसको हमें पकड़ने जाना होता है, वो मिलता नहीं है. गोवा पुलिस को हम ओपनली बोलते हैं वो कॉपरेट नहीं करते हैं.''


ड्रग्स कनेक्शन पर हैदराबाद पुलिस की कार्रवाई


हैदराबाद पुलिस की एंटी नरकोटिक्स विंग ने दो अलग-अलग मामले में ड्रग पैडलर्स समेत ग्राहकों की पहचान की है और एलएसडी एमडीएमए जैसे ड्रग्स बरामद किए हैं. हैदराबाद पुलिस ने गोवा से 36 वर्षीय ड्रग पैडलर प्रितीश नारायण बोरकर उर्फ बाबू उर्फ खली को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था. बाबू गोवा के अंजुना बारडेज का रहने वाला है. हैदराबाद पुलिस ने उसे नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया था. हैदराबाद पुलिस के मुताबिक, बाबू एक अंतरराज्यीय ड्रग पैडलर है और गोवा के छह प्रमुख ड्रग डीलरों के साथ कार्टेल चलाता है. 


बाबू का कनेक्शन गोवा के प्रमुख कर्लिज रेस्तरां के मालिक एडविन न्यून्स के साथ निकला है और इसकी सूचना हैदराबाद पुलिस ने गोवा पुलिस को दी थी. न्यून्स को सोनाली फोगाट मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. उसके एक और सहयोगी और द ग्रैंड लियोनी वेटिंग स्टाफ के दत्त प्रसाद गांवकर को भी गिरफ्तार किया गया है, जिस पर कर्लिज रेस्टोरेंट में ड्रग सप्लाई करने का आरोप है. 


इन लोगों पर ड्रग कार्टेल चलाने का आरोप


हैदराबाद नारकोटिक एनफोर्समेंट विंग के अधिकारियों द्वारा की गई जांच में पता चला है की ड्रग्स के लेनदेन में बोरकर, मंजूर अहमद तुकाराम सालगांवकर उर्फ नाना, विकास नाइक उर्फ विक्की, रमेश चव्हाण, स्टीव, एडविन न्यून्स और संजा गोवेकर शामिल थे. भारी मात्रा में एलएसडी ब्लॉट्स, एमडीएमए और चरस खरीदी जाती थी. कार्टेल आठ साल से अंजुना बीच पर पर्यटकों के बीच ड्रग्स बेच रहा है. इसके देश में 600 से ज्यादा ग्राहक बताए जा रहे हैं. सूत्रों का दावा है कि गोवा पुलिस इस बात से अच्छी तरह वाकिफ है कि बोरकर कौन है क्योंकि अंजुना पुलिस ने उसे 2014 में गिरफ्तार किया था. तब से आठ साल तक वह अंतरराज्यीय ड्रग व्यापार में शामिल रहा है.


गुरुवार को हैदराबाद पुलिस ने ड्रग्स का धंधा करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया. पुलिस ने दो अंतरराज्यीय ड्रग पैडलर और छह ड्रग पैडलर को दबोचा है. इन ड्रग पैडलर्स के 30 ग्राहकों की भी पहचान की गई है. डार्क वेब गैंग से  140 ग्राम चरस/हैश, 1450 ग्राम गांजा, 184 एलएसडी ब्लॉट्स और 10 ग्राम एमडीएमए बरामद किया गया है.


क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से ड्रग कारोबार


बताया गया कि डार्क वेब पर ड्रग्स का कारोबार क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से हो रहा था और इसका आका नरेंद्र आर्य है जो हरियाणा का रहने वाला है और गोवा में पिछले एक साल से रहकर सोशल मीडिया के माध्यम से ड्रग का धंधा चला रहा था. इसके 450 से ज्यादा ग्राहक देशभर में हैं. एक दूसरा ड्रग पैडलर फरहान मोहम्मद अंसारी बताया जा रहा है जो बीटेक फाइनल ईयर का छात्र है. फरहान मध्य प्रदेश का रहने वाला है और पिछले छह महीने से डार्क वेब के माध्यम से ड्रग पैडलिंग कर रहा था. जांच में पता चला है कि करीब 15 लाख रुपये के ड्रग्स डार्क वेब के माध्यम से भेजे गए.


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