Telangana Election 2023: पुलिसकर्मी को धमकी देने के मामले में हैदराबाद पुलिस ने अकबरुद्दीन औवेसी को नोटिस भेजा है. इसमें ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता से उनकी रैली के दौरान पुलिस के डायस पर चढ़ने के सबूत देने को कहा गया है.


नोटिस में कहा गया है कि चंद्रायनगुट्टा विधानसभा क्षेत्र के विधायक और एआईएमआईएम के उम्मीदवार अकबरुद्दीन ओवैसी ने सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए मंगलवार (21 नवंबर) को संतोषनगर पुलिस स्टेशन के SHO को धमकी दी और पुलिसकर्मी को अपना काम करने से रोका. इतना ही नहीं उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए हेट स्पीच भी दी और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन भी किया. 


अकबरुद्दीन औवेसी के खिलाफ केस दर्ज
नोटिस के मुताबिक SHO की शिकायत पर  AIMIM विधाायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. हैदराबाद शहर के पुलिस आयुक्त ने इस मामले कल और जांच की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने पुलिस, मीडिया चैनलों, एसबी रिसोर्स सेंटर और स्मार्ट मीडिया जांच टीम के पास उपलब्ध सबूतों का भी अध्ययन किया है.


'अकबरुद्दीन ओवैसी का दावा गलत'
फिलहाल इंस्पेक्टर संतोष नागर के डायस पर चढ़ने का कोई  सूबत नहीं मिला है. जांच से साफ पता चल रहा है कि अकबरुद्दीन ओवैसी का यह दावा सच नहीं है कि नागर मंच पर चढ़े थे. हालांकि, इस दावे का सबूत देने के लिए ओवैसी को आखिरी नोटिस दिया जा रहा है.  


'पुलिस को ऐसा नहीं करना चाहिए'
इससे पहले अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा, '' डीसीपी और पुलिस झूठ बोल रही है. मेरे पास वीडियो है कि स्टेज पर सीढ़ी चढ़कर वह आ रहे है. मैंने दस बजे के बाद स्पीच दी तो मेरे खिलाफ कानून के तहत केस करो. सीधा स्टेज पर चढ़कर आकर कहना है कि समय हो गया. पुलिस को ऐसा नहीं करना चाहिए.''


अकबरुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना के ललिताबाग में चुनावी रैली करते हुए कहा था कि उन्हें कोई मां का लाल रोकने वाला पैदा नहीं हुआ है. मेरे पास घड़ी है. ऐसे में आप यहां से चलिए. क्या समझ रहे हो कि कमजोर हो गए हैं. मुझमें अभी भी बहुत हिम्मत है. पांच मिनट बोलूंगा. मैंने अगर इशारा कर दिया तो तुम्हें यहां से दौड़ना पड़ेगा.'' 


यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज फातिमा बीवी का 96 साल की उम्र में निधन, जानें उनके बारे में