Hyderabadi Haleem: हैदराबादी की हलीम ने रसगुल्ला, बीकानेरी भुजिया और रतलामी सेव सहित दूसरे खाने वाले समानों को पीछे छोड़ कर 'मोस्ट पॉपुलर GI' का प्राइज जीता है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने जनता की राय के आधार पर प्राइज के लिए पकवान का चुनाव किया. डिश को चुनने के लिए 2 अगस्त से 9 अक्टूबर तक का समय दिया गया था. जिसके बीच वोटिंग हुई थी.
वोटिंग प्रोसेस में, भारत और बाहर के देशों के लोगों ने भाग लिया और उनमें से अधिकत्तर लोगों ने हैदराबादी हलीम के लिए वोट किया. हाल ही में मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल ने पिस्ता हाउस के निदेशक और हैदराबाद हलीम मेकर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट एमए मजीद को प्राइज दिया.
क्या है हैदराबादी हलीम?
हैदराबाद का मशहूर हैदराबादी हलीम एक ऐसा डिश है जो मांस, दाल, गेहूं, मसाले और दूसरे सामानों से बनाता है. ईद के रमजान महीने में यह शहर का सबसे पॉपुलर डिश है. रमजान के महीने के दौरान, शहर में कई रेस्तरां ने हलीम आउटलेट बनाया है. यह न केवल एक बिजनेस है बल्कि शहर के कई लोगों के लिए धंधे का एक सोर्स भी है. हालांकि यह रमजान के महीने में बहुत बड़े रूप से उपलब्ध होता है. यहां तक कि कुछ आउटलेट्स ने इसे साल में 365 दिन उपलब्ध कराया है.
क्या होता है GI Tag?
किसी भी प्रोड्कट को GI Tag इसलिए सुनिश्चित करने के लिए दिया जाता है कि ऑथोराइज्ड समानो का उपयोग करने वाला केवल पॉपुलर प्रोड्कट के नाम का उपयोग कर सकें. तेलंगाना राज्य में,बहुत से चीजों ने टैग हासिल किया. हालांकि, खाने वालें समानों की लिस्ट में, केवल हैदराबादी हलीम ने ही दर्जा हासिल किया है. पहली बार 2010 में हैदराबादी हलीम को GI का दर्जा दिया गया था.
यह दिसंबर 2019 में समाप्त हो गया, बाद में, जियोग्राफीक संकेतक के रजिस्ट्रार ने 10 साल के लिए डिश के लिए टैग को नया बनाया गया. अगर दूसरे तेलंगाना आइटम की बात करें जिन्हें GI Tag दिया गया था, उनमें निर्मल खिलौने और शिल्प, निर्मल फर्नीचर, निर्मल पेंटिंग, गडवाल साड़ी और बनगनपल्ले आम शामिल हैं.
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