Hydrogen-Powered Fuel Cell Bus: भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे ने सार्वजनिक परिवहन के लिए ईंधन सेल प्रौद्योगिकी को अपनाने के परीक्षण के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की हाइड्रोजन-संचालित ईंधन सेल बसें प्राप्त की, जिसका जल्द ही परीक्षण किया जाएगा.
सेना प्रमुख ने कहा कि आईओसी (इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन) और भारतीय सेना के बीच साझेदारी लगभग छह से सात दशक पुरानी है. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह रिश्ता हम दोनों के बीच विश्वास के अटूट बंधन पर आधारित है और एक बहुत ही ठोस आधार पर भी आधारित है”
15 में से एक बस का किया जाएगा परीक्षण
भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा कि मुझे खुशी है कि अब हम इसे अगले स्तर पर ले जा रहे हैं, जिसमें सरकार के 2023 के नए ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के आधार पर आईओसी ने टाटा मोटर्स की मदद से ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए तकनीक विकसित की है. उन्होंंने कहा कि पहली 15 बसों में से एक का परीक्षण किया जाएगा.
जल्द ही दिल्ली में चलाई जाएंगी बसें
सेना प्रमुख बोले, हम बेहद खुशी है कि हम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और टाटा मोटर्स के पार्टनर हैं. ये प्रगति की ओर उठाया गया कदम है. मैं इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने भारतीय सेना के साथ साझेदारी की. हम परिक्षण के बाद बहुत जल्दी इन बसों को अपने जवानों के लिए दिल्ली में चलाएंगे.
सेना प्रमुख को मिला एक महीने का एक्सटेंशन
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के कार्यकाल को रविवार (26 मई) को एक महीना और बढ़ा दिया गया है. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने रविवार को जनरल मनोज पांडे की सेवा एक्सटेंड करने को मंजूरी दी. अब सेना प्रमुख 30 जून तक और देश की सेवा कर पाएंगे. वह 31 में को रिटायर होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उनकी ड्यूटी में विस्तार कर दिया गया.