ईद नहीं मनाता, हिंदू होने का गर्व है, देश तोड़ने वालों को तोड़ देंगे: सीएम योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने तब भी कहा था और आज भी गर्व के साथ कहता हूं कि मैं हिंदू हूं. मैं ईद नहीं मनाता. लेकिन, यदि कोई अपना त्योहार मनाएगा तो सरकार उसमें सहयोग करेगी और साथ ही सुरक्षा भी देगी."
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में विपक्षी पार्टियों पर जोरदार निशाना साधा. योगी ने अपने भाषण में कहा कि राज्य को बांटने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी और अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करेगा तो सरकार उसका मुंहतोड़ जवाब देगी. समाजवादी पार्टी का नाम लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "वे अपनी तोड़ने की नीति अपनी पार्टी तक ही सीमित रखें तो बेहतर होगा. जो भी भारत को तोड़ने का काम करेगा, हम उसे तोड़ देंगे. प्रदेश और देश को तोड़ने का प्रयास किया जाएगा तो दंडकारी नीति से निपटा जाएगा."
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भाजपा विधायकों ने भारत माता जय के नारे लगाए, जबकि विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के बाद भी मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर लगातार हमला जारी रखा. उन्होंने कहा कि बरसाना होली मनाने गया था. वहां सवाल पूछा गया कि ईद कहां मनाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा, "मैंने तब भी कहा था और आज भी गर्व के साथ कहता हूं कि मैं हिंदू हूं. मैं ईद नहीं मनाता. लेकिन, यदि कोई अपना त्योहार मनाएगा तो सरकार उसमें सहयोग करेगी और साथ ही सुरक्षा भी देगी."
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर चुटकी लेते हुए कहा, "हमें हिंदू होने पर गर्व है. लेकिन हम वैसे हिंदू नहीं हैं जो घर में जनेऊ धारण करें और बाहर निकलकर टोपी पहन लें. ऐसा वो लोग करते हैं, जिनके मन में पाप होता है."
पूर्ववर्ती सरकारों पर हमलावर हुए योगी
विधानसभा में अपने भाषण के दौरान योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर हमलावर दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने 11 महीने के काम में ही दिखा दिया है कि विकास कैसे हो सकता है. हमने राज्य में विकास के लायक माहौल बनाया है. इसके लिए सरकार निरंतर काम कर रही है. उन्होंने कहा, "लखनऊ में 21-22 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट इस बात का परिणाम है कि आज देश ही नहीं विदेश से भी निवेशक दिल खोलकर उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं. यह सरकार की मेहनत का ही नतीजा है. जो कार्य पिछली सरकारें 15 सालों में नहीं कर पाई वो हमने 11 महीने में ही करके दिखा दिया है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है, न कि जबरदस्ती से. राज्यपाल पर कागज के गोले फेंकना शोभनीय नहीं है. जबरन लोकतंत्र चलाने की कोशिश नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, "सपा सरकार ने समाज को बांटने का काम किया है. पिछली सरकारों के दौरान प्रदेश में भय का माहौल था. सरकारों ने किसानों की उपेक्षा की. प्रदेश की गरीब जनता उपेक्षा का शिकार हुई."
योगी ने कहा कि पिछली सरकार को परिवार, परिवार के विकास, तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार, गुंडाराज और अराजकता फैलाने से फुर्सत नहीं थी. प्रदेश के अंदर भय का माहौल पैदा करने और लूट-खसोट करने से फुर्सत नहीं थी. ऐसे में प्रदेश के विकास की बात कैसे सोचते. लेकिन मेरी सरकार ने पिछले एक साल में बहुत कुछ बदला है."
नंदी के बयान पर हंगामा
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी के विवादित बयान को लेकर विधान परिषद की कार्यवाही हंगामे की वजह से कई बार स्थगित करनी पड़ी. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी द्वारा मुलायम सिंह यादव को रावण और मायावती को शूर्पणखा कहे जाने से गुस्साए सपा और बसपा नेताओं ने विधान परिषद में हंगामा किया. इसके चलते सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा और बसपा नेता, नारेबाजी कर नंद गोपाल को बर्खास्त करने की मांग करने लगे. दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने नंदी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की. नंदी की बर्खास्तगी पर अड़े विपक्षी नेता आसन के समीप आकर हंगामा करने लगे तो सभापति ने उन्हें अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा लेकिन जब वे नहीं माने तो कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. बाद में हंगामा बंद न होने की वजह से विधान परिषद की कार्यवाही 12 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई.