Mani Shankar Aiyar Memoir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि मैं सिर्फ 'मैकाले की औलाद नहीं हूं, बल्कि एक भारतीय भी हूं और मुझे इस बात का गर्व है. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर को लेकर कहा कि मैं अपनी इंनिग पूरी कर चुका हूं, लेकिन अगर मुझे बुलाया जाता है तो मैं फिर मैदान में उतरने के लिए तैयार हूं. 


अपनी आत्मकथा 'मेमोयर्स ऑफ ए मेवरिक' को लेकर न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि मैं 'मैकाले की औलाद' हूं, लेकिन मैं सिर्फ 'मैकाले की औलाद' नहीं हूं, मैं भारत में रहा हूं और मुझे बहुत गर्व है कि मैं एक भारतीय हूं.''


राजनीति में वापसी के लिए तैयार
राजनीति में वर्तमान स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, "मैंने अच्छी पारी खेली थी, लेकिन अब मुझे पवेलियन वापस भेज दिया गया है. हालांकि, मैं पूरी तरह तैयार हूं और अगर मुझे बल्लेबाजी के लिए बुलाया जाता है तो मैं उसके लिए पूरी तरह तैयार हूं,"


राजनीति में आने पर कोई अफसोस नहीं
1989 में भारतीय विदेश सेवा छोड़कर राजनीति में आए मणिशंकर अय्यर का कहना है कि उन्हें राजनीति में आने के अपने फैसले पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं है.  


10 साल से कांग्रेस में नहीं मिला पद- अय्यर
कांग्रेस नेता ने कहा, "मैं पिछले 7 साल से राज्यसभा से बाहर हूं. मुझे पिछले 10 में कांग्रेस ने कोई पद नहीं दिया है. मुझे अब इसकी कोई उम्मीद नहीं है. पहले मैंने सोचा था कि मुझे 10 साल तक कोई पद नहीं मिला, लेकिन एक दिन मुझे पहचाना जाएगा. हालांकि ऐसा नहीं हुआ.''


'मैं कोकोनट इंडियन हूं' 
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने किताब में बताया कि जब मैं कैंब्रिज यूनिवर्सिटी पढ़ाई के लिए गया तो अहसास हुआ कि कैंब्रिज अपने घर जैसा ही है, जिससे में कोकोनट इंडियन (बाहर से इंडियन और अंदर अंग्रेज) बन गया. उन्होंने कहा, " मैंने स्कूल में जो कुछ भी सीखा, वे मेरे साथ हैं और भारत की सभ्यता भी उसी का हिस्सा है. इसलिए मैं खुश हूं कि मैं मैकाले की औलाद के साथ भारतीय भी हूं.


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