नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी से इस्तीफा से चुके वरिष्ठ वकील एचएस फूलका ने किसी भी पार्टी को ज्वाइन करने की खबरों से इनकार कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया. रविवार को एचएस फूलका को केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने एक कार्यक्रम में सिख दंगा पीड़ितों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए सम्मानित किया था. गोयल ने कहा था कि बीजेपी के दरवाजे सभी अच्छे लोगों के लिए खुले हैं.
फूलका ने बीजेपी के 'कुछ नेताओं' के साथ नजदीकियों की बात स्वीकारी लेकिन पार्टी में शामिल होने की संभावनाओं से इनकार कर दिया. फूलका ने कहा, ''बीजेपी ने हमेशा सिख विरोधी दंगों के लिए पीड़ितों की लड़ाई में हमारी मदद की. मैं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिला था और उन्होंने मेरा समर्थन किया था.'' इसके साथ ही फूलका ने कहा कि वो कोई पार्टी ज्वाइन नहीं कर रहे हैं.
वहीं फूलका को सम्मानित करने वाले कार्यक्रम में विजय गोयल ने कहा, ''यह मायने नहीं रखता कि वो आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. वे एक अच्छे इंसान हैं जिन्होंने अच्छा काम किया है. इसलिए हम उन्हें सम्मानित कर रहे हैं. लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या वो बीजेपी ज्वाइन करेंगे. बीजेपी चाहती है कि सारे अच्छे लोग पार्टी में शामिल हों.''
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में बिना कोई कारण दिए एचएस फूलका ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद चार जनवरी को उन्होंने विजय गोयल से उनके जन्मदिन पर मुलाकात की, इसके बाद खबरों का बाजार गरम हो गया था.
फूलका ने आम आदमी पार्टी छोड़ने के लिए कोई कारण बताने से परहेज किया और पंजाब में नशाखोरी से लड़ने के लिए गैर-राजनीतिक संगठन बनाने की इच्छा जाहिर की. इसके साथ ही उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का कथित राजनीतिकरण के खिलाफ लड़ाई की भी बात कही थी.
जानकारी के मुताबिक फूलका आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की खबरों से नाराज थे. सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन हो सकता है. इस खबर पर दोनों ही पार्टियों की ओर से अभी तक इनकार नहीं किया गया है.
बता दें कि पार्टी से इस्तीफा देने के बाद फूलका ने कहा था कि 2012 में अन्ना के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को राजनीतिक पार्टी में बदलना एक गलत कदम था. उन्होंने ये भी कहा पंजाब में नशे के खिलाफ अन्ना जैसे आंदोलन की ही जरूरत है.