मोदी के खिलाफ विपक्ष का मोर्चा, चंद्रबाबू से मिले गहलोत, 22 नवंबर को हो सकती है गैर NDA दलों की बैठक
कुछ महीने पहले तक चंद्रबाबू नायडू बीजेपी के साथ गठबंधन में थे. हालांकि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर विवाद के बाद अलग हो गए थे.
अमरावती: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव तैयारियों के बीच कांग्रेस ने 2019 लोकसभा चुनाव की भी तैयारी शुरू कर दी है. कल कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने आंध्र प्रदेश के अमरावती में मुख्यमंत्री और टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की. इस मौके पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने पर चर्चा हुई. साथ ही विपक्षी दलों की एक बैठक के लिए 22 नवंबर की तारीख तय की गई.
तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष नायडू ने कहा, ''मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि वो बीजेपी के खिलाफ हमारे साथ आएं. हम एंटी बीजेपी प्लेटफॉर्म तैयार करना चाहते हैं. हम दिल्ली में बैठक करेंगे. इस बैठक में आगे का एजेंडा तय किया जाएगा. 22 नवंबर को बैठक की तारीख तय की गई है.''
I appeal all parties opposing BJP to join us. We want to create an anti-BJP platform. We want to have one meeting in Delhi. We'll discuss issues & then chalk out a programme & take the issues forward.That's the agenda.Meeting's tentative date is 22nd Nov:Chandrababu Naidu.(10.11) pic.twitter.com/pwZLgk6YVT
— ANI (@ANI) November 11, 2018
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले तक नायडू बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए के साथ गठबंधन में थे. हालांकि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर विवाद के बाद अलग हो गए थे. नायडू ने अब बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद में जुटे हैं.
आठ नवंबर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा से मुलाकात की थी. इस दौरान 2019 के आम चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता के मुद्दे पर चर्चा की. नायडू ने कहा कि वह 19 या 20 नवंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे.
इससे पहले उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी. वे कुछ दिनों पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं. यह पूछने पर कि क्या वह तीसरे मोर्चे के संयोजक हो सकते हैं, जिसपर नायडू ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि गठबंधन सरकारों ने अच्छा काम किया है और उनकी नीतियां बहुत स्पष्ट थी. बीएसपी प्रमुख मायावती के साथ उनकी बैठक के बारे में पूछने पर नायडू ने कहा कि वह विवरण का खुलासा नहीं कर सकते.