Derogatory Advertisement: महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा को बढ़ावा देने वाले विज्ञापन पर सख्त हुई सरकार, दिए जांच के आदेश
एक इत्र ब्रांड ने अपने उत्पाद के विज्ञापन के लिए एक ऐसा विज्ञापन बनवाया जो तथाकथित रूप से महिलाओं के खिलाफ होने वाली यौन हिंसा को सीधे बढ़ावा देता है.
Government Turn Down Derogatory Advertisement: सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry Of Information And Broadcasting) ने एक इत्र कंपनी को उसका आपत्तिजनक विज्ञापन हटाने के निर्देश के दिए हैं. आरोप है कि ये विज्ञापन महिलाओं साथ होने वाली यौन हिंसा को बढ़ावा देता है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ये कदम सोशल मीडिया (Social Media) पर उठे विवाद के बाद लिया.
दरअसल एक इत्र ब्रांड ने अपने उत्पाद के विज्ञापन के लिए एक ऐसा विज्ञापन बनवाया जो तथाकथित रूप से महिलाओं के खिलाफ होने वाली यौन हिंसा को सीधे बढ़ावा देता है. इस विज्ञापन का प्रसारण टीवी चैनलों से लेकर सभी सोशल मीडिया आउटलेट पर किया जा रहा था. जिसके कारण लोगों ने इस विज्ञापन की भाषा पर आपत्ति जताई.
I&B Ministry asks Twitter, YouTube to take down "derogatory (Layer'r Shot) ad circulating on social media." pic.twitter.com/9aFUlKf97z
— ANI (@ANI) June 4, 2022
लिखित आदेश में क्या बोला सूचना और प्रसारण मंत्रालय ?
जिसके बाद ये मामला मंत्रालय के संज्ञान में लाया गया. इस पर कार्रवाई करते हुए मंत्रालय ने इसको तत्काल प्रभाव से ट्विटर, यूट्यूब और सभी प्रकार के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अपने वीडियो हटाने को कहा. इस वीडियो के खिलाफ एक लिखित आदेश में मंत्रालय ने कहा कि ऐसा संज्ञान में आया है कि विज्ञापन हर तरह से भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के नियमों का सीधा उल्लंघन करता है. इसलिए हम इसके किसी भी तरह के प्रसारण पर रोक लगाते हैं. यहीं नहीं मंत्रालय ने इसके खिलाफ जांच के भी आदेश दिए हैं.
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