नई दिल्ली: राम रहीम के जेल जाने के बाद से फरार हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास शर्मा के कई चौंकाने वाले खुलासे के  बीच अब डेरा का जवाब आया है.  डेरा ने विश्वास शर्मा को झूठा, मक्कार और लालाची बताया है.


डेरा से प्रकाशित होने वाले अखबार में इस खुलासे को लेकर लिखा गया कि ''विश्वास  दहेज के लिए मारपीट करता था. वह लालची है. 1 सितंबर  2014 को डेरा सत्संग में उसने अपने पिता के साथ मिलकर अपने कुकृत्यों के लिए माफी मांगी थी. आज जब  राम रहीम  के खिलाफ फैसला आ गया है तो वह डेरा विरोधी ताकतों के साथ मिलकर झूठी बातें कर रहा है.  साल 2011 में उसे पत्नी हनीप्रीत के  साथ मार-पीट करने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा था.''


डेरा की ओर से विश्वास शर्मा से सवाल पूछा गया है कि ''अगर 2014 में उस पर माफी मांगने के लिए दबाव बनाया गया था तो वह ये बताए कि आखिर 2011 में पंचकूला डिप्टी कमिश्नर को चिट्ठी किस दबाव में लिखी गई? इस चिट्ठी में साफ लिखा है कि उसे डेरा को बदनाम करने के लिए दबाव बनाया गया था.''


आपको बता दें कि बीते दिन हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास शर्मा ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हनीप्रीत राम रहीम की बेटी नहीं थी. रामरहीम हनीप्रीत को दुनिया के सामने बेटी बताता था लेकिन वो दोनों लवर की तरह रहते थे.


गुफा में दोनों न्यूड थे और आपत्तिजनक अवस्था में थे: विश्वास शर्मा
विश्वास शर्मा ने कहा, ''एक बार मैं एक बार राम रहीम की गुफा के पास से गुजरा तो मुझे कुछ आवाजें सुनाई दीं. मैंने अंदर देखा तो बेड पर हनीप्रीत और राम रहीम नंगे थे और आपत्तिजनक अवस्था में  थे. बाबा ने भी मुझे देख लिया. उसने मुझे धमकी दी कि अगर तूने किसी को ये बताया तो उनकी तो जान नहीं बचेगी तू तो वैसे भी बचेगा नहीं.''


बाबा ने डेरे में 'बिग बॉस' का आयोजन करवाया था
हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने बताया, "टीवी पर आने वाले बिग बॉस की तर्ज पर बाबा ने डेरे में बिग बॉस का आयोजन करवाया था. 28 दिन के इस बिग बॉस में 6 परिवारों ने हिस्सा लिया. इसमें मुझे और हनीप्रीत को भी बुलाया गया. मेरे अलावा बाबा ने अपने सभी बेटी और दामाद को भी बिग बॉस के घर में बुलाया. ये सब कुछ छिपा कर किया गया. इसमें गलती करने वाले को 10 मिनट बाबा का सुमिरन करना होता था. दोबारा गलती करने वाले के लिए यह सजा डबल होती जाती थी.''


विश्वास गुप्ता ने बताया, ''हनीप्रीत राम रहीम से मिली हुई थी, उसने पहले दिन से ही गलतियां करनी शुरू कर दीं. उसने इतनी गलतियां कर दीं कि वो कमरे से बाहर ही नहीं निकल सकती थी. हनीप्रीत जब लगातार उस कमरे में रहने लगी तो हमें शक हुआ कि ये कमरे से कहीं बाहर जा रही है. ये सब कुछ 28 दिन तक चला फिर बाबा ने हनीप्रीत को विजेता घोषित कर दिया.''


विश्वास शर्मा ने कहा, ''कुछ भी डेरे में होता था, वो बिना बाबा की इजाजत के नहीं होता था. डेरे के अंदर का मुझे तो नहीं पता लेकिन बाबा जिस गाड़ी से जाता था उसमें हथियारों का बॉक्स होता था.''


मेरे ऊपर दहेज का केस कर दिया इसलिए माफी मांगी
डेरे में सबके सामने माफी मांगने के सवाल पर विश्वास गुप्ता ने कहा, ''मेरे ऊपर दहेज का केस कर दिया गया था. मैं ,मेरी मां और पिता भागते रहे. डेरे के लोग हमारे पीछे लगे थे, हम लोगों को इतना परेशान किया गया कि मुझे और मेरे पिता को माफी मांगनी पड़ी. बाबा ने मुझे मारने के लिए लड़के भी भेजे थे लेकिन उन लोगों ने हमारी मदद की.''


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