अमरावती: अभिनेता से नेता बन जन सेना प्रमुख कल्याण आनंद ने सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान पर खड़े होने को लेकर कहा कि ये मेरी देशभक्ति की परीक्षा नहीं है. आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक युवा-इंटरैक्टिव सत्र के दौरान पवन कल्याण ने थिएटर में राष्ट्रगान पर खड़े होने को लेकर कहा, "सिनेमा थिएटर में मेरी देशभक्ति की परीक्षा नहीं है. सीमा पर युद्ध चल रहा है, यह मेरी देशभक्ति की परीक्षा है. समाज में रूढ़िवाद व्याप्त है, यह मेरी देशभक्ति की परीक्षा है. मैं रिश्वतखोरी को रोक सकता हूं या नहीं यह मेरी देशभक्ति की परीक्षा है."





आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक युवा-इंटरैक्टिव सत्र के दौरान, पवन कल्याण ने कहा, "जब सिनेमाघरों में राष्ट्रगान बजता है तो मैं खड़ा होना पसंद नहीं करता. राजनीतिक दल अपनी बैठकों की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान क्यों नहीं बजाते हैं? सिर्फ सिनेमा हॉल में ही राष्ट्रगान क्यों बजाना चाहिए? देश के सर्वोच्च कार्यालयों को भी राष्ट्रगान बजाना चाहिए. जो लोग कानूनों का प्रचार करते हैं और उन्हें लागू करते हैं, वे उदाहरण देकर हमें आगे क्यों नहीं बढ़ाते हैं."





दिसंबर 2016 में, हैदराबाद के एक अधिवक्ता ने जनसेना प्रमुख के खिलाफ राष्ट्रगान का अपमान करने के लिए शिकायत दर्ज कराई थी. कुछ वक्त पहले पवन कल्याण ने हैरान करने वाला बयान देते हुए कहा था कि बीजेपी ने उन्हें दो साल पहले कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले युद्ध होगा. पवन कल्याण ने आगामी चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. उन्होंने किसानों की समस्या और बेराजगारी को अपना प्रमुख मुद्दा बनाया है.


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