जस्टिन डूडो पिछले कुछ दिनों से भारत के दौरे पर हैं, लेकिन इस बात को लेकर सवाल उठ रहे थे कि एक प्रधानमंत्री को वो मेहमानवाजी क्यों नहीं मिल रही है जो मिलनी चाहिए थी.
दरअसल भारत की नाराजगी इस बात को लेकर है कि कनाडा की सरकार कनाडा में खालिस्तान समर्थकों का साथ देती है. जस्टिन टूडो की सरकार में भी पंजाब में खालिस्तान की बात करने वाले लोग शामिल हैं.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और उन्हें वहां सम्मानित किया गया. सफेद कुर्ता पाजामा पहने कनाडाई प्रधानमंत्री करीब एक घंटा तक मंदिर में रहे. उनके साथ उनकी पत्नी सोफी ग्रेगोरी और उनके तीन में दो बच्चे भी थे. वे सभी पारंपरिक पंजाबी परिधानों में थे.
कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके परिवार ने ‘गुरू रामदास जी लंगर हॉल’ में रोटियां बनायीं. उन्होंने हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया. कई श्रद्धालु कनाडाई प्रधानमंत्री के परिवार की तस्वीरें खींच रहे थे. पंजाब पुलिस के अधिकारियों और एसजीपीसी टास्क फोर्स सेवादारों ने उनकी सुरक्षा के लिए घेरा बना रखा था. उनकी सुरक्षा में कनाडा के सुरक्षा अधिकारी भी शामिल थे.