भोपाल: 'हिंदू आतंकवाद' जैसे शब्द कथित तौर पर इस्तेमाल किये जाने पर सियासी नुकसान उठा चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सफाई दी है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि मैंने कभी 'हिंदू आतंकवाद' की बात नहीं की है, हमेशा 'संघी आतंकवाद' का इस्तेमाल किया है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोई भी आतंकवादी घटना धर्म के आधार पर तय नहीं की जा सकती है. कोई भी धर्म आतंकवाद को समर्थन नहीं करता है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) हिंसा और घृणा फैलाता रहा है फिर आतंकवाद को जन्म देने लगा.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने हिंदू आतंकवाद पर पत्रकारों को जवाब देते हुए कहा, ''आपके पास गलत सूचना है कि दिग्विजय सिंह ने हिंदू आतंकवाद की बात कही है. मैंने हमेशा संघी आतंकवाद की बात की है.'' उन्होंने मालेगांव, मक्का मस्जिद, समझौता एक्सप्रेस, दरगाह शरीफ बम ब्लास्ट का जिक्र करते हुए कहा कि बम विस्फोट जिन लोगों ने किया था वह संघ की विचारधारा से प्रभावित थे.


कांग्रेस की समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोग मुझपर आरोप लगाते हैं कि मैं मुस्लिम परस्त हूं, हिन्दू विरोधी हूं. मैं पूछना चाहता हूं की एक बीजेपी नेता ऐसा बता दे जिसने नर्मदा, ओंकारेश्वर और गोवर्धन परिक्रमा की हो या एकादशी का व्रत रखा हो. बीजेपी धर्म की राजनीति करती है. धर्म के नाम पर पैसा बटोरना और नफरत फैलाना ही काम है.


आपको बता दें कि बीजेपी 'हिंदू आतंकवाद' जैसे शब्द का कथित तौर पर इस्तेमाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधती रही है. पिछले महीने भोपाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद शब्द की उत्पत्ति करके न सिर्फ हिंदू समाज को बदनाम किया, बल्कि तुष्टीकरण का रास्ता अपनाते हुए राष्ट्रवादी तत्वों को भगवा आतंकवाद के नाम पर जेल में ठूंस दिया, लेकिन न्यायालय ने इन राष्ट्रवादियों को ससम्मान दोषमुक्त कर दिया है.


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