सहारनपुर: एसपी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने दावा किया कि वो 20 सालों से एसपा-बीएसपी के बीच समझौते के पक्ष में थे. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी देश और प्रदेश में जुमलों के सहारे राज कर रही है. आजम ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार हिन्दू-मुस्लिम को लड़वाने के साथ-साथ एसपी सरकार में जिन बच्चों को नौकरियां दिलाई गई थी, उनको नौकरी से निकालने का काम भी कर रही है.


आजम एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे और उसी दौरान उन्होंने ये बातें कहीं. एसपी-बीएसपी गठबंधन के बारे में आजम ने कहा कि वो पिछले 20 सालों से इस समझौते के पक्ष में है. उन्होंने कहा, ‘‘दलित, मुसलमान, पिछडे और शोषित जब साथ चलेंगे तब जुमलेबाजों की खैर नहीं है.’’ उन्होंने दावा किया कि इस गठबन्धन से बीजेपी की नींद उड़ गई है.


आपको बता दें कि साथ आकर चुनाव लड़ने की वजह से यूपी की इन दो पार्टियों ने बीते उपचुनावों में बीजेपी को मात दे दी. ये जीत इनके लिए बहुत बड़ी इसलिए भी साबित हुई क्योंकि गोरखपुर और फूलपुर वो दो सीटें थीं जो राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सीटें हुआ करती थीं. इन सीटों को जीतने के बाद एसपी-बीएसपी का आत्मविश्वास चरम पर पहुंच गया और दोनों ने इस गठबंधन को जारी रखने का फैसला लिया. वहीं देशभर में क्षेत्रिय पार्टियों में ये आम राय भी बनी की मिलकर लड़ने पर बीजेपी को हराया जा सकता है.


गेस्ट हाउस कांड के बाद से ही दलित नेता मायावती अपनी विपक्षी पार्टी एसपी की घोर विरोधी रही हैं. बीते विधानसभा चुनावों में जब इसकी कवायद की गई कि बिहार के तर्ज पर यूपी में भी महागठबंधन बनाया जाए तब मायावती इसके लिए तैयार नहीं हुईं. लेकिन आम चुनावों के बाद विधानसभा चुनाव में भी मुंह की खाने के बाद मायावती ने आखिरकार अपने जानी-दुश्मन समाजवादी पार्टी से हाथ मिला लिया. इस गठबंधन पर सबसे ताज़ा बयान में मायावती ने कहा कि गेस्ट हाउस कांड से अखिलेश का कोई लेना देना नहीं था जिससे साफ है कि 2019 के चुनावों तक इस गठबंधन पर कोई आंच नहीं आने वाली.