बठिंडा/चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि सत्ता में आने पर वह धार्मिक ग्रंथों का अनादर करने वालों और नशीले (मादक) पदार्थ की तस्करी से जुड़े मामले के दोषियों को ‘फांसी’ चढ़ाने से नहीं हिचकेंगे, चाहे वे ‘बादल’ ही क्यों ना हों.


उनके इस बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल ने कहा है कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने मानसिक संतुलन खो दिया है. अमरिंदर ने आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी आलोचना की और उन्हें 'कायर' बताया.


उन्होंने कहा कि अगले महीने होने वाले चुनाव में अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह धार्मिक ग्रंथों के अनादर और मादक पदार्थों से जुड़ी सभी प्रमुख आपराधिक घटनाओं की जांच तत्काल शुरू करायेंगे. अमरिंदर ने रामपुरा फूल के महाराज गुरद्वारा में मत्था टेकने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं.


इस पर पलटवार करते हुए शिरोमणि अकाली दल के सचिव और प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि उनके (अमरिंदर सिंह) बयानों से यह साफ हो जाता है कि करारी हार के डर से अमरिंदर अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं.