मैं बीजेपी नहीं छोडूंगा, पार्टी चाहे तो मुझे हटा सकती है: यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा ने हाल ही में मोदी सरकार के विरोधियों के लिए 'राष्ट्र मंच' बनाया है. यह मंच ऐसे राजनेताओं और अन्य लोगों के लिए है जो देश की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं.
जबलपुर: कई मुद्दों पर केंद्र सरकार की मुखर आलोचना करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे पार्टी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन पार्टी चाहे तो उन्हें निकाल सकती है. सिन्हा ने कहा, 'मेरा आंदोलन किसी व्यक्ति और पार्टी के खिलाफ नहीं है. मेरा विरोध नीतियों के खिलाफ है. मैं पार्टी का सदस्य हूं. मैं पार्टी नहीं छोडूंगा. पार्टी चाहे तो मुझे हटा सकती है.'
बता दें कि यशवंत सिन्हा ने हाल ही में मोदी सरकार के विरोधियों के लिए 'राष्ट्र मंच' बनाया है. यह मंच ऐसे राजनेताओं और अन्य लोगों के लिए है जो देश की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने बताया, 'राष्ट्र मंच एक गैर-राजनीतिक संगठन है. इसमें विभिन्न पार्टी के सदस्य सहित पूर्व मंत्री और सांसद शामिल हैं.'
सिन्हा ने कहा, 'यह एक आंदोलन है, जो देश के किसानों और बेरोजगारों के साथ है.' हालांकि सिन्हा ने अभी तक यह नहीं बताया कि बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा बीजेपी के और कौन से नेता राष्ट्रीय मंच में शामिल होंगे. इस पर उन्होंने कहा, "यह एक संवेदनशील मामला है, समय आने पर इसका खुलासा करुंगा."
सिन्हा ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह देश की जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है. इससे देश में भय का माहौल बना हुआ है. उन्होंने कहा, 'देश में भय का माहौल है. देश की जांच एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है. अलग मानसिकता रखने वालों के खिलाफ जांच एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है, जिसके कारण बीजेपी ही नहीं, बल्कि देश में भय का माहौल है.’’
सिन्हा ने बताया, 'देश का नागरिक होना बीजेपी का सदस्य होने से ऊपर है. देश के नागरिक होने के कारण मैं किसानों की लड़ाई लड़ रहा हूं.' उन्होंने मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर कहा, 'दिल्ली और भोपाल में बैठे लोग किसानों की जमीनी स्थिति और दशा से अनजान हैं. ऐसा लगता है कि देश में किसानों की किसी को चिंता ही नहीं है.'
बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण में बेरोजगारी, शिक्षा और किसानों की समस्या का उल्लेख किया गया है. यह समस्या एक दिन में तो उत्पन्न नहीं हुई है. इसका साफ अर्थ है कि पिछले तीन वर्षो में सरकार इन मुद्दों पर विफल रही है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में एनटीपीसी के पावर प्लांट के खिलाफ धरना दे रहे किसानों के साथ प्रशासन ने अमानवीय व्यवहार किया है. प्रशासन की कार्रवाई का जवाब हम देंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश सरकार भी दोषी है.