लखनऊ: कोरोना के कहर के बीच उत्तर प्रदेश से अच्छी ख़बर आ रही है. 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच बाहर निकल रहे लोगों को पीटते हुए पुलिस की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं. वहीं यह ख़बर पुलिस की मदद की कहानी कहती है. इस कहानी में एक तरफ पुलिस के दो बड़े अधिकारी हैं तो दूसरी तरफ़ एक गर्भवती महिला. पुलिस की मदद के बाद गर्भवती महिला ने अपने बेटे को जन्म दिया.
जानिए क्या है पूरा मामला
मैं तमन्ना अली हूँ और मेरे होने वाला बच्चा लड़का हो या लड़की, मैं उसका नाम रणविजय रखूंगी." आपको ये लाइन पढ़कर लग रहा होगा कि आख़िर ऐसा क्या हो गया कि एक महिला अपने बच्चे का नाम रणविजय रखने की बात कह रही है. वो भी लड़के हो या लड़की. ज़ाहिर है ये बात लीक से हटकर है लेकिन यह सच है. सच इसलिए है क्योंकि बुरे वक्त में काम आने वाला शख्स भगवान से कम नहीं होता और ऐसे ही बुरे वक्त में रणविजय ने तमन्ना की मदद की. अब आपके मन में ये सवाल भी आ रहा होगा कि ये रणविजय कौन है? तो आपको बताएं कि रणविजय नोएडा के एडिशनल डीसीपी हैं और तमन्ना एक साधारण परिवार की गर्भवती महिला. लॉकडाउन में तमन्ना के पति नोएडा में फंसे थे और तमन्ना को कहीं से मदद नहीं मिल रही थी. तभी उन्हें लेबर पेन हुआ और तब मदद के लिए 2 पुलिस अधिकारी आगे आए. बरेली के एसएसपी शैलेश पांडेय और नोएडा के अडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह.
दरअसल लेबरपेन के बीच तमन्ना अकेली थीं. उनके पति नोएडा में थे और आने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही थी. ऐसे में उन्होंने बरेली के एसएसपी शैलेश पांडेय को फोन कर मदद मांगी. एसएसपी शैलेश पांडेय ने नोएडा के अडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह से संपर्क करने के साथ साथ महिला को अस्पताल भिजवाया. एसएसपी शैलेश पांडेय ने तमन्ना से उनके पति अनीस का मोबाइल नंबर लिया. नोएडा एडीसीपी रणविजय सिंह ने अनीस खान को फोन करके उनका पता लिया और वहां पुलिसबल के साथ ख़ुद पहुंचे. तमन्ना के पति के लिए रणविजय ने एक कार का बंदोबस्त किया और उन्हें बरेली भेजने में मदद की. अनीस के बरेली पहुंचने के बाद तमन्ना के बेटे को जन्म दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कोरोना लॉकडाउन के दौर में पुलिस से लोगों की सुरक्षा के उपाय करने को कह रहे हैं. ऐसी तस्वीरें भी आयीं जब पुलिस लाठियां भांजती नज़र आई. लेकिन लाठियां मारना ही पुलिस की फितरत नहीं होती. पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी होता है. ऐसा ही चेहरा रणविजय सिंह का है. जिन्होंने तमन्ना की मदद की. तमन्ना को अस्पताल में अकेले रहते हुए जब पता चला कि रणविजय की मदद से उनके पति उनके पास आ रहे हैं, तो उन्होंने अस्पताल से एक वीडियो बनाया. वीडियो धीरे धीरे वाइरल होने लगा और इस वीडियो के सामने आने के बाद गुरुवार को महिला ने बेटे को जन्म दिया.
तमन्ना बरेली के इज्जतनगर की रहने वाली हैं. उन्होंने वीडियो में कहा, मैं पूरी ज़िंदगी पुलिस प्रशासन का एहसान कभी भूल नहीं पाऊंगी. एक दिन पहले मैं जितना दुखी और परेशान थी, आज मैं उतनी ही खुश हूं. मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है. मैं जीवन में कभी इतना खुश नहीं हुई. बरेली और नोएडा पुलिस की मदद से मेरे शौहर पास में हैं और मेरी गोद में एक दिन का बेटा है.
तमन्ना अली खान की शादी बिहार कला इलाक़े के रहने वाले अनीस खान के साथ हुआ था. तमन्ना गर्भवती थीं और उनके पति अनीश खान अपने काम के लिए नोएडा गए हुए थे. इसी बीच कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से देश मे लॉकडाउन हो गया था. इस दौरान तमन्ना बरेली में थीं और उनके पति नोएडा में फंस गए. लॉकडाउन में कानून व्यवस्था के काम में व्यस्त चल रहे रणविजय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए ख़ुद इस मामले को हैंडल किया और तमन्ना की मदद की. ये सबक है हम सबके लिए कि ये मुश्किल दौर है, मदद के लिए आगे आएं. मदद करके देखिए, अच्छा लगता है.
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