(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
I2U2 Summit: आई2यू2 की पहली बैठक ने भारत को दिया दो परियोजनाओं का गिफ्ट, जानिए कितना होगा निवेश
I2U2 Summit: आई2यू2 साझेदारी के तहत, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भारत में करीब 2 अरब डॉलर का निवेश कर इंटीग्रेटेड फूड पार्क स्थापित करेगा.
I2U2 Leaders Meeting: भारत-इजराइल-अमेरिका और यूएई के बीच साझेदारी के समूह आई2यू2 (I2U2) की गुरुवार को हुई पहली शिखर बैठक भारत के लिए नए मौकों के दरवाजे खोलने के साथ संपन्न हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) समेत चारों देशों के नेताओं की बैठक में दो अहम परियोजनाओं को हरी झंडी दी गई. जिन्हें भारत (India) में खड़ा किया जाएगा. इसके तहत जहां भारत और यूएई (UAE) के बीच फूड कॉरिडोर बनाया जाएगा. वहीं भारत के द्वारका में अक्षय उर्जा हब को भी तैयार किया जाएगा.
बैठक में वर्चुअल तरीके से शरीक हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सही मायने में स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स की मीटिंग है. हम सभी अच्छे मित्र भी हैं, और हम सभी के दृष्टिकोण में, हमारे विचारों में भी समानता है. पीएम के मुताबिक इस पहली समिट से ही "आई-टू-यू-टू” ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है. कई क्षेत्रों में संयु्क्त प्रोजेक्ट की पहचान की गई है, और उनमें आगे बढ़ने का रोडमैप भी बनाया है. बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इजराइल के राष्ट्रपति तेल अवीव से एक साथ शामिल हुए थे. वहीं यूएई की राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नायहान भी डिजिटल तरीक से ही शरीक हुए थे.
यूएई करेगा भारत में 2 अरब डॉलर का निवेश
बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान के मुताबिक आई2यू2 साझेदारी के तहत, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भारत में करीब 2 अरब डॉलर का निवेश कर इंटीग्रेटेड फूड पार्क स्थापित करेगा. इन उन्नत फूड पार्क में पर्यावरण के लिहाज से स्मार्ट तकनीक का सहारा लेते हुए जहां खाद्य सामग्री अपव्यय रोकने, जल संरक्षण पर जोर होगा. वहीं अक्षय ऊर्जा संसाधनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा. खाड़ी क्षेत्र में निर्यात की संभावनाएं बढ़ाने वाले प्रस्तावित फूड पार्क के लिए भारत जहां जमीन मुहैया कराएगा वहीं किसानों को उनसे जोड़ने पर भी जोर होगा. साथ ही अमेरिका और इजराइल की कंपनियों इन पार्क की क्षमताएं बढ़ाने में अपनी विशेषज्ञताओं की मदद देंगी.
रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे
शिखर बैठक के बाद विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि शरुआती दौर में फिलहाल गुजरात और मध्यप्रदेश में यह पार्क बनाने की कवायद आगे बढ़ी है. साथ ही उन्होंने बताया कि भारत की केला, चावल, आलू, प्याज और मसालों की फसलों को आरंभिक दौर में चिह्नित भी किया गया है. विदेश सचिव के मुताबिक इन परियोजनाओं के जरिए भारतीय किसानों के उत्पादों को भी जहां बड़ा बाजार मिलेगा. वहीं रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे.
हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा पार्क की होगी स्थापना
आई2यू2 शिखर बैठक में गुजरात के द्वारका में एक 300 मेगावाट क्षमता वाले हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा पार्क की स्थापना का भी फैसला लिया गया. इस पार्क में सौर और पवन ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के साथ ही बिजली के लिए बैटरी संचय व्यवस्था बनाई जाएगी. भारत में बनने वाली इस परियोजना की व्यावहारिकता का पता लगाने के लिए अमेरिका की ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी ने एक फीजेबिलिटी स्टडी का काम शुरु कर दिया है.
चारों देशों की ये है कोशिश
भारत-इजराइल-अमेरिका और यूएई की इस नई चौकड़ी यानि आई2यू2 के जरिए ट्रेड बैरियर घटाने और खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. चारों देशों की कोशिश है कि उनके यहां मौजूद निजी क्षेत्र की क्षमताओं और संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल कर न केवल एक-दूसरे के लिए समाधान तलाशे जाएं बल्कि वैश्विक समस्याओं के लिए भी कारगर दवा बनाई जाए. इस कड़ी में खाद्य सुरक्षा की साझेदारी अहम है. रूस-यूक्रेन युद्ध ने जहां दुनियाभर में खाद्य सुरक्षा की चिंताएं बढ़ाई हैं. ऐसे में यूएई जैसे खाड़ी क्षेत्र के देशों समेत अनेक मुल्कों के आगे खाद्य सुरक्षा की चुनौती बढ़ गई है.
बैठक में इन मुद्दे को लेकर हुई चर्चा
विभिन्न क्षेत्रों में महारत रखने वाले इन चारों मुल्कों ने खाद्य सुरक्षा और अक्षय ऊर्जा के अलावा अंतरिक्ष, परिवहन और ढांचागत विकास समेत करीब आधा दर्जन क्षेत्रों को संयुक्त परियोजनाओं के लिए चिह्नित किया है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक साझेदारी की परियोजनाओं को आई2यू2 बैठकों (I2U2 Summit) के लिए नियुक्त किए गए शेरपा स्तर प्रतिनिधि आगे बढ़ाएंगे. साथ ही कोशिश इस बात की भी होगी कि शीर्ष स्तर पर नेताओं का भी नियमित संवाद होता रहे.
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