नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तानी आतंकियों के हमले के बाद अब देश ने पाकिस्तान से बदला ले लिया है. मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 12 मिराज लड़ाकू विमानों की मदद से 21 मिनट तक बमबारी की, जिसमें 200 से 300 आतंकी मारे गए हैं. भारत सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना चाहता है. 14 फरवरी को हुए हमले के बाद भारत ने पिछले 12 दिनों में कई कदम उठाए हैं. पुलवामा में जैश ए मोहम्मद के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
पहला कदम
1. भारत सरकार ने पुलवामा हमले के अगले दिन 15 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए उससे मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा छीन लिया. इसका असर ये हुआ कि पाकिस्तान को व्यापार में भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
दूसरा कदम
2. 16 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान से आनेवाले और पाकिस्तान में बने सभी सामानों पर 200 फीसदी का आयात शुल्क लगा दिया. इससे पाकिस्तान से भारत आने वाले सामान महंगा हो गया. एक तरह से व्यापार पूरी तरह रुक गया.
तीसरा कदम
3. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 17 फरवरी और 19 फरवरी को मीरवाइज उमर फारूक, सैय्यद गिलानी, यासीन मलिक समेत 20 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले लिए. सभी पर पाकिस्तान की वकालत करने और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को भटकाने का आरोप है.
चौथा कदम
4. भारत की संभावित कार्रवाई से डरे पाकिस्तान ने सीमा से लगे इलाकों में अलर्ट जारी किया और नागरिकों से चौकन्ना रहने की अपील की. साथ ही पाकिस्तानी सेना ने आतंकी ठिकानों को सीमा से दूर शिफ्ट कर दिया.
पांचवा कदम
5. 18 फरवरी को पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में सुरक्षाबलो ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया. मारे गये आतंकियों में पुलवामा हमले में शामिल रहे आतंकी कामरान भी शामिल था. मुठभेड़ के दौरान छह जवान भी शहीद हो गए थे.
छठा कदम
6. 19 फरवरी को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अगर भारत जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के बदा कहा था कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करेगा तो उनका देश निश्चित ही इसका जवाब देगा.
सातवां कदम
7. 20 फरवरी को सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने पुलवामा हमले की निंदा की. सऊदी अरब को पाकिस्तान का करीबी माना जाता है. सलमान भारत आने वाले से पहले पाकिस्तान गए थे और उन्होंने पाकिस्तान में निवेश का एलान किया था.
आठवां कदम
8. 21 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान को पूर्वी क्षेत्र की नदियों से मिलने वाले अपने हिस्से के पानी पर रोक लगाने का फैसला लिया. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि रावी नदी पर शाहपुर-कंडी में बांध का निर्माण शुरू हो गया है.
नौंवा कदम
9. अमेरिका ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रयास के प्रति समर्थन जताया. साथ ही फ्रांस ने मसूद अजहर के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव लाने की बात कही है. पाकिस्तान का दोस्त चीन अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रयास में हमेशा रोड़ा अटकाता रहा है.
दसवां कदम
10. पाकिस्तान ने 21 फरवरी को हाफिद सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर दोबारा प्रतिबंध लगा दिया. सईद ने अपने संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इन संगठनों को शुरू किया था.
ग्यारहवां कदम
11. 22 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने भविष्य में ओलम्पिक से संबंधित किसी भी टूर्नामेंट की मेजबानी करने के भारत के सभी आवेदनों को निलंबित कर दिया. आईओसी का भारत के खिलाफ यह कड़ा फैसला उस घटना के बाद आया है जिसमें भारत ने नई दिल्ली में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के दो निशानेबाजों को वीजा देने से मना कर दिया था.
बारहवां कदम
12. 22 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की निंदा की और जैश ए मोहम्मद का जिक्र किया. इस परिषद में चीन वीटो क्षमता वाला स्थायी सदस्य है.
तेरहवां कदम
13. 22 फरवरी को ही अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के फंडिंग की निगरानी करने वाली संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने गंभीर चिंता जताते हुए पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की. इसके साथ ही एफएटीएफ ने आतंकवादी संगठनों की फंडिंग रोकने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान को 'ग्रे' सूची में जारी में रखने का फैसला किया. भारत ने इसके लिए गोलबंदी की थी.
चौदहवां कदम
14. 23 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात काफी खतरनाक हो गए हैं. भारत कुछ बड़ा कर सकता है.
पंद्रहवां कदम
15. पुलवामा आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में बनी स्थिति और आतंकवादियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन के बीच केंद्र सरकार ने सुरक्षाबलों की 100 से अधिक कंपनियां जम्मू-कश्मीर भेजी है. एक कंपनी में 100 के करीब जवान होते हैं.
सोलहवां कदम
16. पुलवामा हमले के बाद राजनीतिक दलों के बीच खूब छिंटाकशी हो रही थी. विपक्षी दल सरकार की नाकामियां गिना रहा थे तो वहीं सत्तापक्ष सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ी कार्रवाई का भरोसा दिला रहा था.
भारत सरकार की ओर से उठाए गए अंतिम कदम
17. भारतीय वायु सेना ने 12 मिराज विमानों के जरिए पीओके में करीब 21 मिनट तक बमबारी की. इस कार्रवाई में 200 से 300 आतंकवादी मारे गए हैं. साथी ही जैश का ऑपरेशनल ऑफिस अल्फा-3 को तबाह कर दिया है.
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