नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को राजधानी दिल्ली में वायुसेना की तीन दिवीसय कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलएसी पर हुए तनाव के दौरान वायुसेना की भूमिका को लेकर तारीफ की है. रक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में जिस तरह अचानक घटनाक्रम हुआ था, उस दौरान वायुसेना ने जिस तरह से समय रहते उचित कारवाई की उसके लिए भारतीय वायुसेना बधाई की पात्र है.


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह वायुसेना ने राज्य सरकारों की मदद की थी, उसके लिए भी भारतीय वायुसेना की प्रशंसा की. राजनाथ सिंह ने वायुसेना के कमांडर्स को भविष्य के खतरों का मुकाबला करने के लिए क्षमता बढ़ाने के लिए लंबी योजनाओं और रणनीतियां बनाने की सलाह दी. 


वहीं रक्षा मंत्री ने बदलते अंतर्राष्ट्रीय जियोपॉलिटिकल परिस्थितियों का जिक्र करते हुए कहा कि हाल के दिनों में पूरी दुनिया का ध्यान ट्रांस-अटलांटिक से ट्रांस-पैसेफिक की तरफ हो गया है. उन्होनें कहा कि युद्ध के नए आयामों में अब उन्नत-तकनीक, असीमित-क्षमताएं और इंफो-डोमिनेंस भी शामिल हो गया है. इसलिए ये बेहद जरूरी है कि वायुसेना भी भविष्य के लिए इन सभी आयामों को अपनी रणनीति में शामिल कर लें ताकि वायुसेना एक जबरदस्त स्ट्रेटेजिक एयरो-स्पेस पॉवर बन सके.


बता दें कि एलएसी पर चीन से चल रहे टकराव के बीच राजधानी दिल्ली में भारतीय वायुसेना का तीन दिवसीय (15-17 अप्रैल) कमांडर्स कॉन्फ्रेंस शुरू हो गया है. इस दौरान सीडीएस जनरल बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया और रक्षा सचिव सहित वायुसेना के सभी शीर्ष कमांडर्स मौजूद थे.