IAF NH Landing Trial: भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर कोरिशापाडू मंडल के पिच्चीकलागुडीपाडू गांव के पास निर्मित 4.1 किलोमीटर लंबे आपातकालीन विमान लैंडिंग स्थल पर गुरुवार को विमान उतारने का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. वायु सेना के एक अधिकारी ने कहा कि परीक्षण में परिवहन विमान एएन-32, दो सुखोई लड़ाकू विमान और दो तेजस हल्के लड़ाकू विमानों ने भाग लिया.


अधिकारी ने एक टेलीविजन चैनल से कहा कि हमें खबर मिली है कि रनवे विमानों के उतरने के लिए अच्छी तरह तैयार है. उनके मुताबिक, रनवे पर लोगों तथा पशुओं के प्रवेश को रोकने के लिए सड़क के दोनों ओर बाड़बंदी समेत कुछ काम अभी लंबित है. उन्होंने कहा कि उन्होंने रनवे पर पेंटिंग आदि काम के बारे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के साथ बातचीत की है.


100 मीटर की ऊंचाई पर भरी उड़ान


बापटला के पुलिस अधीक्षक वकुल जिंदल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि परीक्षण के लिए मजबूत सुरक्षा घेरा तैयार किया गया और करीब 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. उन्होंने कहा कि सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया गया. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रायल रन के दौरान विमान ने बिना जमीन को छुए 100 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरी.






जर्मन टेक्नोलॉजी से बना नेशनल हाईवे-16


कोरीसापाडु में नेशनल हाईवे 16 पर 4.1 किमी लंबी और 33 मीटर चौड़ी कंक्रीट की हवाई पट्टी का निर्माण नवीनतम जर्मन तकनीक का उपयोग करके 23.77 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था. यहां आपातकाल स्थिति में हाईवे को ब्लॉक करके एयरक्राफ्ट की लैंडिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा. साल 2018 में केंद्र सरकार ने देश भर में इस तरह के नेशनल हाईवे पर 11 हवाई पट्टियों के निर्माण का फैसला किया था. साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर इन्ही में से एक हवाई पट्टी का उद्घाटन भी किया था.  


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