नई दिल्लीः आज राजधानी में आईएस एसोसिएशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया कि अफसर दिल्ली में हड़ताल पर नहीं हैं. आईएएस अधिकारियों के हड़ताल पर होने की खबर अफवाह है और अफसर सभी बैठकों में भाग ले रहे हैं और पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं. आईएएस एसोसिएशन की तरफ से मनीषा सक्सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस तरह सामने आकर अपने काम के बारे में सफाई देनी पड़ेगी. उन्होंने ये भी कहा कि हमें राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और आईएएस एसोसिएशन का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है.


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दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार सात दिन से एलजी हाउस में धरने पर हैं, उनका आरोप है कि दिल्ली में आईएएस अफसर बैठकों में नहीं आते हैं, फोन नहीं उठाते हैं और अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं. इसको लेकर वो 11 जून को एलजी अनिल बैजल से मिलने गए और जब उन्होंनें आईएएस की हड़ताल खत्म कराने के आरोपों पर स्पष्ट रूप से कोई आश्वासन नहीं दिया तो सीएम अरविंद केजरीवाल एलजी हाउस में ही धरने पर बैठ गए. इसके अलावा आज आप और सीपीआई एम के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने इसी को लेकर पीएम आवास तक का घेराव करने के लिए मंडी हाउस से पीएम आवास तक का मार्च भी निकाला लेकिन उन्हें संसद मार्ग पर रोक दिया गया.

एसोसिएशन की अधिकारी मनीषा सक्सेना ने कहा कि कुछ राजनेताओं की तरफ से यह बात फैलाई जा रही है कि आईएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं और पिछले तीन महीनों से काम नहीं कर रहे हैं जो कि बिलकुल गलत है. यह रिपोर्ट भी पूरी तरह गलत है कि अधिकारी बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं. सभी विभागों के सचिव और मुख्य सचिव नियमित रूप से बैठकों में शामिल होकर अपना काम निपटा रहे हैं.

इस बीच केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस बारे में एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि आईएएस की हड़ताल के कारण कई सारे काम पर असर पड़ रहा हैं. लेकिन उपराज्यपाल आईएएस अधिकारियों की हड़ताल खत्म कराने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. लिहाजा दिल्ली सरकार आपसे अनुरोध करती हैं कि तुरंत हड़ताल खत्म कराई जाए ताकि दिल्ली का कामकाज फिर से शुरू हो सके. हड़ताल के चलते पिछले तीन महीने से ऐसी कोई बैठक नहीं हुई और कोई काम नहीं हो पा रहा है.