28 साल के करियर में 53वीं बार ट्रांसफर हुए IAS अशोक खेमका, बोले- ईमानदारी का इनाम जलालत
अपने तबादले के लिए मशहूर हरियाणा काडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का एक बार फिर तबादला हुआ है. यह 53वीं बार है जब उन्हें ट्रांसफर किया गया है.
चंडीगढ़: अपने तबादले के लिए मशहूर हरियाणा काडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का एक बार फिर से ट्रांसफर किया गया है. साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे अशोक खेमका को अब आरकाइव डिपार्टमेंट में ट्रांसफर किया गया है. उनके 28 साल के करियर का यह 53वां ट्रांसफर है. उन्हें पिछले ही साल मार्च महीने में स्पोर्ट्स और यूथ एफेयर्स डिपार्टमेंट से ट्रांसफर कर साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट भेजा गया था.
अपने तबादले पर आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने ट्वीट किया है, ''फिर तबादला. लौट कर फिर वहीं. कल संविधान दिवस मनाया गया. आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश और नियमों को एक बार और तोड़ा गया. कुछ प्रसन्न होंगे. अंतिम ठिकाने जो लगा. ईमानदारी का इनाम जलालत.''
फिर तबादला। लौट कर फिर वहीं। कल संविधान दिवस मनाया गया। आज सर्वोच्च न्यायालय के आदेश एवं नियमों को एक बार और तोड़ा गया। कुछ प्रसन्न होंगे। अंतिम ठिकाने जो लगा। ईमानदारी का ईनाम जलालत।
— Ashok Khemka (@AshokKhemka_IAS) November 27, 2019
बता दें कि अशोक खेमका 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वह 2012 में अपने एक सख्त फैसले के बाद चर्चा में आए थे. तब उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटेलिटी और डीएलएफ के बीच एक जमीन का म्यूटेशन रद्द कर दिया था.
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