धर्मांतरण मामला: उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन IAS इफ्तिखारुद्दीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि उन पर सरकारी अधिकारी रहते हुए सरकारी आवास में धर्म परिवर्तन करवाने के बहुत गंभीर आरोप लगे हैं. कल तक उनके कुछ सेकेंड के दो वीडियो वायरल थे. लेकिन आज ABP न्यूज के पास इफ्तिखारुद्दीन की पूरी फिल्म मौजूद है.
इफ्तिखारुद्दीन पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोप
ये पूरा वीडियो तब का बताया जा रहा है, जब वो कानपुर मंडल के कमिश्नर थे. और इसमें वो साफ तौर पर लोगों को इस्लाम कबूल करने के लिए उकसा रहे हैं और भड़का भी रहे हैं. इफ्तिखारुद्दीन पर आरोप है कि वो जब कानपुर के कमिश्नर थे तो उन्होंने लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया. ये भी आरोप है कि धर्म परिवर्तन की तकरीरें उनके सरकारी आवास में होती थीं. वायरल वीडियो में वो इस्लाम अपनाने के फायदे बता रहे हैं. वायरल वीडियो में IAS अधिकारी इस्लाम भड़काऊ तकरीर भी कर रहे हैं.
मायावती रही हों या अखिलेश यादव, 1985 बैच के IAS अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन सरकार के चहेते अधिकारी रहे हैं. वो कानपुर में लगातार 2007 से 2018 यानी 11 साल तक पोस्टेड रहे. इस दौरान वो कानपुर के कमिश्नर यानी मंडल आयुक्त भी थे और ये वीडियो तभी का बताया जा रहा है.
अल्लाह के नूर का एतमाम होना है- इफ्तिखारुद्दीन
एबीपी न्यूज के पास IAS इफ्तिखारुद्दीन का जो वीडियो मौजूद है, उसमें वो कहते हैं, ''अल्लाह के नूर का एतमाम होना है. यानि पूरी जमीन पर अल्लाह के नूर का एतमाम होना है. हर कच्चे-पक्के घर में अल्लाह का दीन दाखिल होना है. अल्लाह का निजाम दाखिल होना है. तो कैसे होगा, यहां जितने इंसान बैठे हैं उनको ये काम करना चाहिए, इनको ये काम करना चाहिए. नहीं करेंगे तो अल्लाह इन्हें जरूर पकड़ेगा.''
इफ्तिखारुद्दीन वीडियो में आगे कहते हैं, ''तो ऐ 147 करोड़ मुसलमानों खबरदार हो जाओ, और समझ लो कि तुममे से केवल वही बचेगा जो दावत-ए-इल्लिलाह का काम करेगा. किसमें 7 अरब इंसानों में, तो अभी कसम खाओ, अभी पक्का इरादा करो.. कि अभी से हम दावत-ए-इल्लिलाह का काम करेंगे तमाम बिरादराने दुनिया में, जितने दुनिया में इंसान हैं. जितने दुनिया में इंसान हैं ये तुम लोगों पर सबसे बड़ा फर्ज है. ये तुम लोगों पर सबसे बड़ा फर्ज है.''
धर्म परिवर्तन नहीं करवाओगे तो अल्लाह पकड़ेगा- इफ्तिखारुद्दीन
अपने सामने बैठे लोगों को इफ्तिखारुद्दीन ना सिर्फ भड़का रहे हैं, बल्कि उन्हें डरा भी रहे हैं ये भी कह रहे हैं कि अगर वो लोगों का धर्म परिवर्तन नहीं करवाएंगे तो अल्लाह पकड़ेगा. बीच बीच में IAS इफ्तिखारुद्दीन ऐसी तकरीरें भी करते हैं, जिसमें वो कुरान की आयतें बताते हैं और बहुत तेज आवाज में बात करने लगते हैं.
इफ्तिखारुद्दीन पर एक आरोप ये भी है कि वो जब कानपुर के कमिश्नर थे तो शिकायतें लेकर आने वाले गरीब लोगों पर भी धर्म परिवर्तन का दबाव डालते थे. कानपुर के कल्याणपुर में राजकीय उन्नयन बस्ती के लोगों के घर मेट्रो रेल का प्रोजेक्ट की जद में आ रहे थे. यहां रहने वाले लोग शिकायत लेकर तत्कालीन कमिश्नर इफ्तिखारुद्दीन के पास गए, तो उन्होंने सीधे धर्म परिवर्तन की शर्त रख दी.
गुस्सा आया, लेकिन वह बड़े अधिकारी हैं- शख्स
राजकीय उन्नयन बस्ती के रहने वाले एक शख्स ने कहा, ''जबरन उनके चेंबर में चले गए तो उन्होंने फरियाद सुनी नहीं, और यही कह रहे थे कि अपना धर्म परिवर्तन करो. तो हम लोग कभी नहीं करेंगे. उन्होंने वहां से निकाल दिया.'' एक अन्य शख्स ने कहा, ''उन्होंने कहा था कि धर्म परिवर्तन करो हम क्यों धर्म परिवर्तन करें. हिंदू हिंदू ही है कल कोई दूसरा आदमी कहेगा कि जात को बदल लो तो कि हम अपनी जात ही बदलते रहे गुस्सा तो बहुत आया था लेकिन क्या कर सकते तो वह इतने बड़े अधिकारी हैं.''
इफ्तिखारुद्दीन का वीडियो वायरल होने के बाद यूपी सरकार ने कड़ा रुख़ अख्तियार करते हुए एक SIT बना दी है. SIT के अध्यक्ष DG CBCID जीएल मीणा होंगे और इसमें ADG भानु भास्कर को सदस्य बनाया गया है. SIT को एक हफ़्ते में जांच की रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.
अब और बढ़ेंगी इफ्तिखारुद्दीन की मुश्किलें
एबीपी न्यूज़ ये भी पता चला है कि IAS अधिकारी इफ्तिखारुद्दीन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, क्योंकि अगर ये आरोप सही पाए गए तो उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है. यूपी में किसी का भी धर्म परिवर्तन करवाने के खिलाफ सरकार ने कानून बनाया हुआ है. लेकिन विडंबना देखिए कि कुछ सालों पहले तक इतना बड़ा अफसर ही इस काम में लगा हुआ था.
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