IC 814 Kandahar Hijack: कंधार प्लेन हाईजैक का जिक्र आते ही 24 साल पुराने जख्म फिर से हरे हो जाते हैं. आईसी-814 विमान अपहरण भारत के इतिहास में सबसे भयानक आतंकवादी घटनाओं में से एक है. 1999 में घटित इस पांच दिन की त्रासदी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था. तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान में बंधक बनाए गए इंडियन एयरलाइंस के हाईजैक किए गए विमान आईसी 814 के यात्रियों को भी भाषण दिए गए, जिसमें उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहा गया था.


इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कंधार अपहरण में जीवित बचे लोगों में से एक पूजा कटारिया ने खुलासा किया कि पांच अपहरणकर्ताओं में से सबसे क्रूर भाषण शाकिर ने दिए थे. जिसने 1999 के बंधक संकट में मारे गए एकमात्र यात्री रूपिन कत्याल का गला रेत दिया था. उसने अपने बंधकों से इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहा और कहा कि यह हिंदू धर्म से बेहतर है. उन्होंने कहा कि वो चाहता था सभी बंधक इस्लाम धर्म अपना लें.


आतंकी शाकिर अपनी पहचान 'डॉक्टर' के रूप में छिपाता था


चंडीगढ़ निवासी पूजा कटारिया ने घटना को याद करते हुए कहा कि शाकिर, जो अपनी पहचान 'डॉक्टर' के रूप में छिपाता था, "बहुत शिक्षित" लगता था. पूजा ने बताया, "आप उसके भाषण से ही यह जान सकते हैं." उसने हमें इस्लाम अपनाने के बारे में तीन-चार भाषण दिए, जिसमें उसने कहा कि इस्लाम बहुत अच्छा धर्म है, हिंदू धर्म से भी बेहतर है. उन्होंने कहा, "हम लगभग आश्वस्त हो गए थे."


शाकिर उर्फ ​​'डॉक्टर' ने की थी रुपिन कत्याल की हत्या


पूजा कटारिया ने कहा कि डॉक्टर' कोड नाम से मशहूर शाकिर ने नवविवाहित रुपिन कात्याल की गला रेतकर हत्या कर दी, जो नेपाल में अपने हनीमून से लौट रहा था. दरअसल, रुपिन और रचना कत्याल नेपाल में अपने हनीमून से लौटने वाले एकमात्र जोड़े नहीं थे, उस फ्लाइट में 26 अन्य लोग भी थे. इस दौरान पूजा कटारिया और उनके पति राकेश उन 26 जोड़ों में शामिल थे.


यात्रियों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दिए उपदेश


पूजा कटारिया ने बताया कि शाकिर, जिसने यात्रियों को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए इस्लामी उपदेश दिए थे, वही था जिसने अपहरण में एकमात्र हताहत हुए रूपिन कटियाल का गला रेत दिया था. जबकि अन्य अपहरणकर्ताओं ने हथियार लहराए, यात्रियों को धमकाया और बंदूक की नोक पर उनकी पिटाई की, शाकिर ने एक ऐसे शख्स की हत्या कर दी, जिसकी कुछ दिन पहले ही शादी हुई थी.


जानिए कैसे हुई थी रुपिन कात्याल की हत्या?


25 साल के कारोबारी रुपिन कात्याल अपनी पत्नी रचना कात्याल के साथ काठमांडू में अपने हनीमून से वापस आ रहे थे. रुपिन को अपहरण के पहले ही दिन उठा लिया गया और अपहरणकर्ताओं में से एक ने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी, जिसकी बाद में पहचान शाकिर के रूप में हुई. अपहरण के दौरान शाकिर ने रुपिन पर हमला किया और उसे कई बार चाकू घोंपा. इसके बाद रूपिन के शव को दुबई में विमान से फेंक दिया गया. उनकी पत्नी रचना को कई दिनों तक उनकी मौत के बारे में पता नहीं चला.


पूजा ने याद करते हुए बताया, "रुपिन को पहले दिन ही ले जाया गया था और रचना हमारे साथ बैठी थी. लेकिन हमें पहले दिन ही पता नहीं चला कि वह मर चुका है." 


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