नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के 70वें वार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स न केवल देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि उत्कृष्ट प्रशासक, रणनीतिकार और सलाहकार है. इन मामलों में उनकी विशेषज्ञता असाधारण है. ओम बिरला ने उत्कृष्ट व्यावसायिकता, समर्पण और सेवा के लिए आईसीएआई को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान देश की वित्तीय और आर्थिक प्रणाली का महत्वपूर्ण स्तंभ है.


ओम बिरला ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) देश के वित्तीय मार्गदर्शक, इसके खजाने के संरक्षक और प्रभावी वित्तीय प्रबंधन के विशेषज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान भूमंडलीकृत विश्व में यह महत्वपूर्ण है कि सीए 'अर्थव्यवस्था के अंतरात्मा के रखवाले' के रूप में उन योजनाओं और कार्यक्रमों का महत्वपूर्ण विश्लेषण प्रदान करते हैं. इनका देश की अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है.


यह देखते हुए कि चार्टर्ड अकाउंटेंट देश की आर्थिक प्रणाली के विश्वसनीय राजदूत हैं, ओम बिरला ने कहा कि किसी भी खाते पर उनके हस्ताक्षर सत्य की गवाही देते हैं. ऐसे समय में जब देश 'वन नेशन, वन टैक्स, वन मार्केट' की दिशा में आगे बढ़ा है, बिरला ने कहा कि सीए की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने देश में एक अधिक पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली के निर्माण के लिए सीए को और अधिक सतर्क रहने का आह्वान किया.


इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहे. अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में आप सब की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है. देश के विकास में आपका बहुत बड़ा योगदान है. अपना योगदान यूं ही जारी रखें.