कोरोना के खिलाफ इन चार एंटी वायरल ड्रग का ट्रायल करेगी ICMR और नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च और नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट ये ट्रायल कंडक्ट कराएंगे. इस क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिल चुकी है.
नई दिल्ली: भारत में आईसीएमआर चार एंटी वायरल दवाओं का क्लीनिकल ट्रायल करेगी. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ सॉलिडैरिटी ट्रायल में भारत शामिल है, जिन चार दवाओं का ट्रायल होगा वो है रेमेडीसिविर ( Remdesivir ), हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन ( Chloroquine/Hydroxychloroquine), लोपिनाविर- रिटोनाविर एंड लोपिनाविर- रिटोनाविर विथ इंटरफेरोन (β1a) (Lopinavir-Ritonavir and Lopinavir-Ritonavir with Interferon (β1a).
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च और नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टीट्यूट ये ट्रायल कंडक्ट कराएंगे. इस क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिल चुकी है. जल्द इन एंटी वायरल दवाओं का क्लीनिकल ट्रायल देश के अलग अलग अस्पतालों में किया जाएगा. अब तक 9 जगहों को चिन्हित किया गया है, जहां ये क्लीनिकल ट्रायल किए जाएंगे, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
कोरोना के खिलाफ जल्द दवा का पता लगाने के लिए WHO कुछ दवाओं का ट्रायल दुनिया भर में करा रही है, जिसे सॉलिडेरिटी ट्रायल कहते हैं. इस कड़ी में ये चार दवाओं का ट्रायल हो रहा है. दुनिया के 100 देशों ने इस सॉलिडेरिटी टेस्ट में हिस्सा लेने में रुचि दिखाई थी, जिसमें भारत भी शामिल है.