भारत में कोविड-19 का पता लगाने के लिए 10 लाख से अधिक आरटी-पीसीआर जांच हो चुकी है-ICMR
ICMR का कहना है कि भारत में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए 10 लाख से अधिक आरटी-पीसीआर जांच हो चुकी है.कोरोना वायरस के देश में अब तक 37 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 का पता लगाने के लिए की जा रही आरटी-पीसीआर जांच की संख्या शनिवार को दस लाख का आंकड़ा पार कर गई. वहीं कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 37 हजार 776 हो गए हैं.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार शाम तक 10 लाख 40 हजार जांच की जा चुकी हैं, जिनमें से 73 हजार 709 शुक्रवार को सुबह नौ बजे के बाद किए गए हैं.
अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो महीनों में कोविड-19 जांच में काफी बढ़ोतरी हुई है. आईसीएमआर के एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए 31 मार्च तक 47,852 नमूनों की जांच की गई थी, जबकि 30 अप्रैल तक कुल 9 लाख 02 हजार 654 नमूनों की जांच की जा चुकी थी.
एक मई से शनिवार शाम तक, कुल 1 लाख 37 हजार 346 जांच की गई है. अधिकारियों ने कहा कि शुरू में केवल पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के प्रयोगशाला में कोविड-19 की जांच शुरू हुई थी. साथ ही लॉकडाउन की शुरुआत में 100 प्रयोगशालाओं में जांच होने लगी, लेकिन अब आरटी-पीसीआर जांच सुविधा अब देश भर में 292 सरकारी और 97 निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं.
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