नई दिल्ली: कोरोना के इलाज के लिए हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्विन असरदार दवा है या नहीं इसका पता लगाने के लिए आईसीएमआर एक अध्ययन करेगा. आईसीएमआर के वैज्ञानिक रमन गंगाखेड़कर ने बताया इसके लिए 480 मरीजों को यह दवा दी जाएगी. यह अध्ययन आठ हफ्ते में पूरी होने की संभावना है.


हालांकि गंगाखेड़कर ने साफ किया कि ये कोई ट्रायल नहीं होगा बल्कि निरीक्षण के तौर पर किया जाएगा. गंगाखेड़कर ने ये भी बताया कि हाल ही के दिनों में कुछ स्वास्थ्य कर्मियों ने हाईड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का सेवन किया और उनमें कुछ साइड इफेक्ट्स सामने आए.


इनमें ज्यादातर लोग 35 साल के ऊपर के हैं और इनमें से 10 फीसदी लोगों ने पेट दर्द की शिकायत की. जबकि छह फीसदी ने उल्टी की और कुछ अन्य लोगों ने मामूली शिकायत की. जिन लोगों ने दवा का सेवन किया उनमें से 22 फीसदी पहले से ही बीपी और शुगर के मरीज हैं.


नहीं थम रहा है कोरोना का कहर


बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 14792 हो गई है. इनमें 12289 एक्टिव मरीज हैं. जबकि संक्रमण से अब तक 288 की मौत हुई है. वहीं अब तक 2014 लोग ठीक हुए हैं. देश में तब्लीगी जमात से जुड़े संक्रमित लोगों की संख्या चार हजार से ज्यादा हो गई है. सरकार ने बताया कि कुल संक्रमित मामलों में से 4291 मामले जमात से ही जुड़े हैं. ये कुल मामलों का करीब 30 फीसदी है.


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