Ideas of India Summit 2023: एबीपी नेटवर्क का कार्यक्रम आडियाज ऑफ इंडिया 2023 मुंबई में चल रहा है. शनिवार (25 फरवरी) को कार्यक्रम में मशहूर लेखक अमिताव घोष शामिल हुए. इस कार्यक्रम में घोष ने दुनिया में बढ़ते जलवायु परिवर्तन के खतरे पर बात की. उन्होंने कहा, जलवायु परिवर्तन उसी तरह से वास्तविक है, जैसे मृत्यु वास्तविक है.


एबीपी के मंच पर बोलते हुए अमिताव घोष ने कहा कि लोग जलवायु परिवर्तन पर बात करने से बचते हैं. उन्हें लगता है, इस पर बात करना, मौत से बात करने जैसा है.


मुंबई फिर समंदर में समा जाएगी
मुंबई शहर के बारे में बात करते हुए घोष ने कहा यह एक दिन फिर पानी में समा जाएगा. उन्होंने बताया कि यह छह टापू पर बसा है, लेकिन जब पुर्तगाली यहां आए तो ऐसा नहीं था. उन्होंने वसई में बसावट की, जो कि मुख्य भूमि है.


बाद में जब अंग्रेज यहां पहुंचे तो उन्होंने अलग-अलग टापुओं पर दावा किया और बसावट शुरू की. वे सभी 6 द्वीपों को साथ लाएं और इस तरह 100 या उससे ज्यादा सालों में आज का मुंबई बना है.


घोष ने आगे कहा, अब समंदर इन द्वीपों पर फिर से अपना दावा कर रहा है. पानी अपनी मर्जी से कोई चीज नहीं छोड़ता है और ये द्वीप वापस समंदर में (धीरे-धीरे) जा रहे हैं.


मुंबई से तूफान टकराया तो...
घोष ने कहा कि अरब सागर अविश्वसनीय रूप से तेजी से गर्म हो रहा है. इसके चलते चक्रवातीय स्थिति बन रही है. पिछले 10 वर्षों में अरब सागर क्षेत्र में कई चक्रवात आए हैं. उन्होंने कहा, मुंबई में कोई सुरक्षा नहीं है, कल्पना कीजिए कोई बड़ा चक्रवात अगर यहां टकराता है तो यह तबाही की तरह होगा.


गरीबों के खिलाफ युद्ध- घोष
उन्होंने कहा, जलवायु परिवर्तन के साथ मुश्किल यह है कि अचानक नहीं होता है, बल्कि यह धीमी हिंसा की तरह आता है. इसमें लोगों को लंबे समय तक अपनी जमीन से दूर कर दिया जाता है. दुर्भाग्य से काफी हद तक किसी का ध्यान नहीं जाता है. भारत के बारे में घोष ने कहा, यहां डेमोग्राफी में एक अविश्वसनीय बदलाव हुआ है.


जलवायु परिवर्तन को एक भू-राजनीतिक प्रतियोगिता हुए अमिताव घोष ने कहा, यह दुनिया के गरीबों के खिलाफ एक तरह का युद्ध है. 


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