Ideas of India Summit 2023: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के सह सर कार्यवाहक कृष्ण गोपाल ने एबीपी के मंच से आरएसएस और बीजेपी पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि संघ स्‍वतंत्र है और बीजेपी एक अलग पॉलिटिकल पार्टी है. सरकारों को कहने का काम हमारा नहीं है. दरअसल, यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर संविधान सभा में चर्चा हुई है. हमें उन डिबेट्स में जाना चाहिए. उस वक्त इसमें सहमति नहीं बनी और भविष्य के लिए इसे छोड़ दिया गया. 


कृष्ण गोपाल ने कहा कि अनेक बार सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया है. कुछ मुद्दों पर अगर सहमति बन जाए तो इसे लाना चाहिए. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये संघ की राय नहीं है, ये संविधान निर्माताओं की राय है. ये सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों में है. 72 साल होने के बाद भी अब तक इसे नहीं लाया जा रहा है. 


'आरएसएस और बीजेपी दोनों अलग-अलग'


आरएसएस और बीजेपी को लेकर पूछे गए एक सवाल में कृष्ण गोपाल ने कहा कि आरएसएस एक स्वतंत्र संगठन है. हमें जो कहना होता है हम सीधे जनता से कहते हैं. भारतीय जनता पार्टी एक स्वतंत्र पार्टी है वो अपना निर्णय खुद लेगी. दरअसल, एबीपी के मंच पर कृष्ण गोपाल से सवाल किया गया था कि जाति जनगणना के मुद्दे पर क्या RSS सरकार के कान खींचता है? लगाम खींचता है या कान में बोलता है?


'खत्म होनी चाहिए जातिगत आइडेंटिटी'


इसके अलावा जातीय जमगणना पर भी कृष्ण गोपाल ने बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि ये राजनीतिक अधिक है. एक एक जाति को गिनने का उद्देश्य क्या है? समाज के सभी वर्गों का विकास हो, इसमें कोई दोमत नहीं है. जातिगत भेदभाव अधिक ना बढ़े, इसका ध्यान रखना चाहिए. हम चाहते हैं कि ऐसा कोई ऑपरेशन ना हो जिससे जातिगत भेदभाव बढ़े, जातिगत आइडेंटिटी धीरे-धीरे खत्म होनी चाहिए. 


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