Ideas of India Summit 2023: एबीपी नेटवर्क (ABP Network) के दो दिवसीय कार्यक्रम 'आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2023' का शुक्रवार (24 फरवरी) को मुंबई में शुभारंभ हुआ. इस मौके पर एक सेशन को संबोधित करते हुए यसुकाता फुकाहोरी ने कहा कि भारत में उन्होंने लंबा समय बिताया है और वह भारत के साथ एक आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस करते हैं.
उन्होंने कहा कि भारत और जापान में आश्चर्यजनक रुप से आध्यात्मिक नजदीकी है. हिंदू धर्म, जापानी शिंटोवाद और बौद्ध धर्म में आश्चर्यनजक समानता है. भारत और जापान के लोगों के बीच आध्यात्मिक निकटता बहुत गहरी है. भारतीय और जापानी लोग एक दूसरे को समझ सकते हैं. दोनों देशों के संबंध दुनिया के सबसे करीबी संबंध हैं इसलिए हम दोनों एक दूसरे के स्वाभाविक सहयोगी हैं.
'भारत से प्यार हो गया'
यसुकाता फुकाहोरी ने कहा कि उनको भारत आते ही उससे प्यार हो गया. ये मेरा सबसे पसंदीदा देश है, मैंने यहां कपड़े भी वैसे ही पहन रखे हैं जैसे कि बाकी देशों में पहनते हैं. उन्होंने कहा कि जापान और भारत एक जैसे हैं हम दोनों देश मंदिर में प्रार्थना करते हैं और हमें रामायण और महाभारत की पूरी जानकारी है.
उन्होंने कहा कि जब बुद्धिस्ट जापान आए थे तब हिंदू भी जापान आए थे इसीलिए आज भी कई ऐसे भगवान है जिनको जापान में पूजा जाता है. जापान में पूजे जाने वाले कई भगवान भारतीय हैं. जैसे की सरस्वती, लक्ष्मी, गणेश ऐसे कुल 30 से 50 भगवान हैं जिनकी हम पूजा करते हैं.
'शांति में विश्वास रखते हैं भारत-जापान'
काउंसिल जनरल ऑफ जापान ने यसुकाता फुकाहोरी से बातचीत में कहा कि जापान और इंडिया एक जैसे हैं, हमारी डेमोक्रेसी है, हम शांति में विश्वास रखते हैं, हम लोगों को सुनने में विश्वास रखते हैं. हम पत्रकारों को सवाल पूछने का मौका देते हैं लेकिन चीन में ऐसा नहीं है. चीन में लोगों पर दबाव डाला जाता है, आवाज को दबाया जाता है और वहां पर पत्रकारों की कोई आवाज नहीं होती है.
भारत और जापान की इकोनॉमिक ग्रोथ पर क्या बोले फुकाहोरी?
यसुकाता फुकाहोरी ने कहा कि वह पहले जब भारत आते थे तो उनको यहां पर काफी कम निवेश नजर आता था लेकिन बीते कुछ सालों में काफी बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि भारत में जापान का निवेश बढ़ रहा है. वहीं भारतीय व्यापारी और बड़े प्यार से और अच्छे तरीके से एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं लेकिन बीते कुछ सालों में देश में बदलाव हुआ है.